सिवनी। परिवहन आयुक्त मध्यप्रदेश के द्वारा जारी निर्देशों के परिपालन में अंतर्राज्जीय बस परिवहन सेवा को स्थगित करने की कार्यवाही सिवनी जिले में भी की गई है, जहाँ महाराष्ट्र प्रदेश से मध्यप्रदेश की सीमा खवासा में प्रवेश करने वाली बसों को रोका गया। इतना ही नहीं इस कार्यवाही को लेकर खवासा में परिवहन विभाग का अमला मौजूद रहा। वहीं दूसरी ओर खवासा चैक-पोस्ट में यात्री बसों में परिवहन कर रहे यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया। इस कार्य के लिये स्वास्थ्य विभागीय अमला लगाया गया है।
नौबेल कोरोना वायरस के संक्रमण का प्रभाव मध्यप्रदेश के कई सीमावर्ती क्षेत्रों में होने का मामला परिवहन विभाग के संज्ञान में आया था, जहाँ संक्रमण पर प्रभावी रोकथाम को दृष्टिगत रखते हुये लोकहित में यह कदम परिवहन विभाग द्वारा उठाया गया है। मध्यप्रदेश राज्य में अन्य राज्यों से आने व जाने वाली बसों के संचालन को आज से पूर्णत: स्थगित कर दिया गया है।
आज सुबह नागपुर से जबलपुर जाने के लिये बसें रवाना हुई थी, जहाँ मध्यप्रदेश की सीमा खवासा चैक-पोस्ट में परिवहन विभाग ने इन बसों को रोका तथा यात्रियों को उतारकर बसों को पुन: नागपुर की ओर वापस भेज दिया वहीं यात्रियों के स्वास्थ्य परीक्षण उपरांत उन्हें खवासा से सिवनी होते हुये यथास्थान भेजा गया। वहीं दूसरी ओर रात्रिकालीन बसें जो कि इलाहाबाद से मध्यप्रदेश की सीमा को पार कर महाराष्ट्र की ओर प्रतिदिन जाती थी, उनके परिवहन पर भी पूर्णत: रोक लगा दी गयी है। इसी तरह रायपुर से मध्यप्रदेश में प्रवेश करने वाली सभी बसों को रोक दिया गया है। बताया गया कि यह आदेश आगामी 31 मार्च तक प्रभाव शील है।
मिली जानकारी के अनुसार परिवहन विभाग ग्वालियर से जारी निर्देशों के परिपालन में परिवहन अधिकारी सिवनी ने आज से लर्निंग ड्रायविंग लायसेंस तथा ड्रायविंग लायसेंस के परीक्षण की प्रक्रिया को 31 मार्च 2020 तक स्थगित कर दिया है। बताया गया कि स्थायी ड्रायविंग लायसेंस व लर्निंग लायसेंस प्राप्त करने के लिये काफी संख्या में आवेदक प्रतिदिन परिवहन कार्यालय सिवनी में उपस्थित होते हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षा की दृष्टि से आमजनों के एक स्थान पर एकत्रित होने की स्थिति से बचने के लिये यह कदम उठाया गया है।
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग मध्यप्रदेश शासन की ओर से जारी अधिसूचना अनुसार शासकीय कर्मचारियों के कर्तव्यों को लेकर भी दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं, जिसका उद्देश्य कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकना है। जारी निर्देशानुसार मध्यप्रदेश शासन के सभी प्रमुख विभागों में पदस्थ तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों में से 50 प्रतिशत कर्मचारियों की ही कार्यालय में उपस्थिति की व्यवस्था की जाये, शेष 50 प्रतिशत कर्मचारी एक दिन के अंतराल में अपने कार्यालय में उपस्थिति देंगे।
जिन 50 प्रतिशत कर्मचारियों को कार्यालय आने के लिये निषेध किया जायेगा वे अपने निवास में रहकर दूरभाष एवं सम्पर्क के माध्यम से कार्यशील रहेंगे। इसके लिये विभाग प्रमुख रोस्टर बनाकर कार्य करेंगे। बताया गया कि जिन अधिकारियों व कर्मचारियों को रोस्टर के हिसाब से जिस दिन घर पर रहना है वे टेलीफोन या इलेक्ट्रिॉनिंक माध्यम से संवाद के लिये कार्यालयीन समय में उपस्थित रहेंगे, ताकि उन्हें किसी भी तात्कालिकता की स्थिति में बुलाया जा सके। ये निर्देश स्वास्थ्य, पुलिस, पेयजल व्यवस्था, आपूर्ति, साफ-सफाई से जुड़े अमले, अग्निशमक सेवाएं, दूरसंचार सेवाएं इत्यादि पर लागू नहीं है। कर्मचारियों की यह व्यवस्था आगामी 31 मार्च तक के लिये प्रभावशील है।
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये जिला मुख्यालय सिवनी में आमजनों की सुरक्षा को दृष्टि गत रखते हुये सिवनी फुटबॉल स्टेडियम पर 21 मार्च 2020 से आगामी आदेश तक के लिये प्रतिबंध लगा दिया गया है।
नागपुर की ओर से सड़क मार्ग से होते हुये सिवनी आ रहे सांसद डॉ. ढालसिंह बिसेन व उनके परिवारजनों का मध्यप्रदेश की सीमा में प्रवेश होते ही खवासा में रोका जाकर स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया, इसके पश्चात अपने गृहजिले सिवनी के लिये रवाना हुये।
जिला कलेक्टर के निर्देश के बाद खवासा बॉर्डर पर आने वाली सभी बसों और टैक्सियों में परिवहन कर रहे यात्रियों की जिला चिकित्सालय द्वारा उपलब्ध कराये गये दल द्वारा आवश्यक जाँच की जा रही है वहीं आज से जिले से होकर जाने वाली सभी ऐसे बसों के संचालन पर सख्ती से प्रतिबंध लगा दिया गया है जो सिवनी होकर अन्य प्रदेशों की ओर रवाना होती हैं।
देवेश बाथम अतिरिक्त क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी,जिला सिवनी
कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिये सभी नागरिक अतिआवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलें। अनावश्यक रूप से एक ही स्थान पर एकत्र होने से बचें साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किये गये विभिन्न दिशा-निर्देशों का पालन करें, ताकि वे और उनका परिवार सहित सिवनी जिला इस घातक रोग के संक्रमण से बच सकें।
प्रवीण सिंह अढ़ायच कलेक्टर, सिवनी