सिवनी। बरघाट स्थित लॉन में तोड़फोड़ करने, सामग्री चोरी करने की शिकायत किए जाने के बाद भी बरघाट पुलिस द्वारा आरोपितो के खिलाफ आपराधिक प्रकरण नहीं बनाए जाने से जिला मुख्यालय स्थित अंबेडकर चौक में आमरण अनशन भूख हड़ताल पर बैठी महिला को यहां से पुनः बरघाट जाकर एफआईआर करने बात कहने पहुंची।
बरघाट पुलिस को उल्टे पैर बैरंग लौटना पड़ा। पीड़िता प्रियंका उईके पिता दुअन्नी लाल उइके बरघाट पुलिस द्वारा उचित न्याय संगत कार्यवाही नहीं किए जाने से त्रस्त होकर बुधवार 20 जुलाई से अंबेडकर चौक कलेक्टरेट रोड स्थित आमरण अनशन भूख हड़ताल पर बैठे हैं।
शुक्रवार को सुबह लगभग 11 बजे बरघाट पुलिस दलबल के साथ पहुचीं। बल से उपनिरीक्षक सदानंद गोदेवार, महिला निरीक्षक विक्की धुर्वे सहित अन्य महिला-पुरूष पुलिस बल धरना स्थल पहुंचे। जहां पुलिस ने बरघाट थाना जाकर दोबारा शिकायत करने को कहा।
जिस पर पीड़िता पक्ष के लोगों ने कहा कि जब एक बार बरघाट में ही शिकायत दर्ज की जा चुकी है तो दोबारा वही जाकर क्यों? साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर आपको दोबारा शिकायत दर्ज करनी है तो आप यही आरोपितों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करें।
पुलिस का कहना था कि मामला जमीनी विवाद व राजस्व का है। जिस पर पीड़ित पक्ष ने कहा कि तोड़फोड़ व चोरी की शिकायत पर तो आरोपितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा सकती थी। इस पर उप निरीक्षक ने बरघाट थाना प्रभारी से फोन पर बात की। जिस पर उन्होंने वापस लौटाने को कहा।
फिलहाल पीड़िता अपनी मांग पर अडिग है। अंबेडकर चौक पर आमरण अनशन भूख हड़ताल पर तब तक बैठे रहने की बात कही जब तक सभी आरोपितों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज नहीं की जाएगी।
बरघाट स्थित एक मैरिज लॉन में मूंडापर के निवासी द्वारा लॉन में जबरन जेसीबी मशीन द्वारा तोड़फोड़ किए जाने का मामला सामने आया है। पीड़िता न्याय नहीं मिलने पर बुधवार 20 जुलाई से कचहरी चौक स्थान पर आमरण अनशन भूख हड़ताल पर बैठी है।
इस मामले में पीड़ित प्रियंका उइके पिता दुअन्नी लाल उइके निवासी बालाजी नगर शास्त्री वार्ड बारापत्थर सिवनी में शिकायत ने पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायत देते हुए बताया कि 3 जून 2022 की रात्रि को मैरिज लॉन बरघाट में मुड़ापार बरघाट निवासी तरुण कुमार अड़माचे व उनके अन्य साथियों द्वारा जबरन जेसीबी मशीन द्वारा लॉन में तोड़फोड़ की गई। इस तोड़फोड़ से लॉन में रखे अति महत्वपूर्ण कीमती सामान चोरी भी कर लिए गए।
इस मामले में पीड़िता ने बताया कि इस घटना की शिकायत में जून माह में ही बरघाट थाना शिकायत करने पहुंची थी लेकिन वहां आचार संहिता की बात बताते हुए शिकायत दर्ज नहीं की गई। जिसके चलते पीड़ित ने मंगलवार को पुलिस अधीक्षक के समक्ष अपनी शिकायत रखी और उन्होंने शिकायत में बताया कि इस मामले में कोई भी कार्यवाही नहीं की जा रही है। शासन द्वारा उक्त घटना का नजरअंदाज किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि लॉन पर केनरा बैंक शाखा सिवनी का लगभग 40 लाख रुपए का लोन आदिवासी वित्त विभाग सिवनी से प्राप्त किया था। जिसकी ऋण अदायगी करने में पीड़ित असमर्थ है।
पीड़ित का कहना है कि इस मामले में गंभीरता से विचार किया जाए। साथ ही अगर इस मामले में गंभीरता से शासन-प्रशासन काम नहीं करता है तो कचहरी चौक पर आमरण अनशन भूख हड़ताल जारी रहेगा।