सिवनी। भवन अनुज्ञा के काम के लिए मुख्य नगर पालिका अधिकारी बरघाट द्वारा रिश्वत मांगे जाने पर लोकायुक्त जबलपुर ने शुक्रवार को कार्यवाही करते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
आवेदक जय टैमरे पिता रामेश्वर प्रसाद उम्र 38 वर्ष निवासी बरघाट ने लोकायुक्त को शिकायत करते हुए इस मामले की जानकारी दी थी.
आवेदक ने बताया था कि आरोपिया सुश्री कामिनी लिल्हारे मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर परिषद बरघाट जिला सिवनी द्वारा कार्य – प्रार्थी की भवन अनुज्ञा की कुल 11 फाइलें पेंडिंग थी जिसमें से 5 फाइलों में भवन अनुज्ञा प्रदान किए जाने के एवज में प्रति फाइल ₹2000 के हिसाब से कुल ₹10000 रिश्वत मांगी गई थी.
फरियादी जय टेम्भ्रे ने कहा भवन अनुज्ञा का काम पिछले 5 सालों से कर रहे हैं लेकिन जब से सीएमओ कामिनी लिल्हारे आई है, हर एक फाइल के लिए इनके द्वारा पैसा मांगा गया है। वहीं 2 हजार रुपए प्रति फाइल का मांगा था, तो 5 फाइल का मैंने इनको 10 हजार पेमेंट दिया हूं। लोकायुक्त टीम ने रंगे हाथों पकड़ा है।
भवन अनुज्ञा के लिये मांगे थे 10 हजार रूपये
नगर परिषद बरघाट सीएमओ कामिनी लिल्हारे को लोकायुक्त जबलपुर की टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। बरघाट निवासी जय टेंभरे ने लोकायुक्त जबलपुर को शिकायत किया था कि बरघाट नगर परिषद की मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा भवन अनुज्ञा पत्र के लिए प्रत्येक अनुज्ञा के हिसाब से दो हजार रूपये की मांग की गई थी जिस पर शुक्रवार 24 फरवरी 2023 को पांच अनुज्ञा के दस हजार रूपये जय टेमरे ने कामिनी लिल्हारे को दिए तो रंगेहाथ रिश्वत लेते हुये लोकायुक्त ने पकड लिया। लोकायुक्त टीम में डीएसपी श्री झडवडेÞ, पंकज तिवारी सहित अन्य लोग शामिल है।