सिवनी । इंदिरा गांधी जिला चिकित्सालय की सुरक्षा व्यवस्था को बनाये रखने तथा देर रात्रि कार्य पर तैनात डॉक्टरों को सुरक्षित रखने हेतु प्रबंधन द्वारा आउट सोर्स योजना के माध्यम से एक्स मैन प्रायवेट लिमिटेड को अनुबंधित कर रखा है।
अनुबंध के अनुसार कंपनी को 20 सुरक्षा कर्मियों को कार्य हेतु नियुक्त करना था, लेकिन सिविल सर्जन डॉ. आर.के. श्रीवास्तव एवं अधीक्षक कर्नल अवस्थी के संरक्षण में मात्र 14 कर्मचारी ही 24 घंटे अपनी सेवायें दे रहे हैं।
मालूम हो कि विगत 1 वर्ष से निरंतर मरीजों और डॉक्टरों के मध्य मारपीट की घटनायें सार्वजनिक हो चुकी है, जिनमें से कई मामलें पुलिस विभाग तक भी पहुंचे। बावजूद इसके अनुबंधित एजेंसी को आज तक कोई भी नोटिस अधीक्षक एवं सिविल सर्जन द्वारा जारी नहीं किया जाना स्पष्ट संकेत दे रहा है कि इस महत्वपूर्ण मामले की अनदेखी की जा रही है।
नियम अनुसार चिकित्सालय के मुख्य द्वार सहित अन्य वार्डों में प्रवेश के लिये बनाये गये स्थानों पर सुरक्षा कर्मी 24 घंटे नियुक्त होने चाहिये ताकि किसी भी तरह के आवारा तत्व अस्पताल में प्रवेश ना कर सके, लेकिन देखा गया है कि अधिकांश समय इन महत्वपूर्ण स्थानों से कर्मी नदारद रहे है, जिसका खामियाजा अस्पताल में सेवायें दे रहे पैरामेडिकल स्टाफ और चिकित्सकों को भुगतना पड़ रहा है।
अनुबंध में स्पष्ट तौर पर निर्देश दिये गये है कि सभी कर्मचारियों को निर्धारित वेश-भूषा के साथ उनका परिचय देने वाली नेम प्लेट स्पष्ट अक्षरों में अंकित होनी चाहिये, लेकिन डे्रस मेें तैनात कर्मचारी बिना नेम प्लेट के ही कार्य करते है, जिससे मरीजों के परिजन किसी तरह की शिकायत होने पर नाम दर्ज आधार पर प्रबंधन के समक्ष अपनी बात नहीं रख पाते।