एक अक्टूबर को सुक्तरा में चका जाम
केवलारी-एक तरफ देश के प्रधानमंत्री एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री सबका साथ सबका विकास की बातें करते नहीं थक रहे ओर दूसरी तरफ आजादी के इतने वर्ष बीत जाने के बाद भी ग्रामीण इलाके के लोग अपनी मूल भूत समस्यों जेसे पानी , बिजली , सड़क इत्यादि से नहीं उबर पाये है। जिम्मेदारों को इन समस्यों से कोई लेना देना नहीं रहा,ऐसा ही एक ताजा मामला केवलारी मुख्यालय के समीपस्थ ग्राम सुकतरा का सामने आया है जहा पर ग्रामीणों को आवागमन के लिये कीचड़ एवं गड्ढेनुमा रोड को अनेक मुश्किलों से पार करना पड़ता है, जिस वजह से स्थनीय ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है और वहाँ पर आये दिन ग्रामीण हादसों का शिकार होते है! उल्लेखनीय होगा की उक्त समस्या से स्थनीय ग्रामीण वर्षों से परेशान चल रहे है,यहां तक कि गंगाटोला के स्कूल में पढ़ने वाले कई बच्चो रोड की दुर्दशा के चलते अपना दाखिला वहाँ से वापस लेने पर मजबूर हुए। ग्रामीणों का कहना है की सड़क निर्माण के लिए ग्रामीणों द्वारा क्षेत्रीय सांसद फगन सिंह कुलस्ते, विधायक ठाकुर रजनीश सिंह एवं जिले प्रशानिक अधिकरियों से अनेकों बार मांग की जा चुकी है किंतु जिम्मेदारों ने आज तक उनकी इस बहुप्रतीक्षित मांग को नजरअंदाज ही किया है और जनसमस्यों को दरकिनार कर गहरी नींद में सोये हुये नजर आ रहे है, इसी के चलते ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है यदि जल्द ही हमारी समस्या का समाधान नहीं किया गया तो ग्रामीण आने वाले विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे। जिसका ग्रामीणों द्वारा नारा भी दिया है रोड नहीं तो वोट नहीं ओर इस हेतु एक बोर्ड सड़क के मुख्य द्वार पर लगा दिया गया है। जिला कलेक्टर को सौपे गए ज्ञापन में अपनी मांगों के साथ उल्लेख किया गया है सड़क का निर्माण नही किया जाता है तो आगामी विधान सभा चुनावों में सभी ग्रामवासियों के द्वारा मतदान का बहिष्कार किया जाएगा।अपनी जायज मांगों को पूरा करवाने के उद्द्येश्य से प्रथम चरण में दिनांक 01/10/2018 को सभी ग्रमीणों द्वारा मंडला सिवनी मार्ग पर चक्का जाम कर अपना विरोध दर्ज कराया जाएगा।
आपको बता दे ग्रामीणों द्वारा अपने आंदोलन को .लेकर प्रचार प्रसार किया जा रहा है एवं आंदोलन को सफल बनाने के लिये क्षेत्रीय लोगों से सहयोग की अपील भी की जा रही जिससे उन्हें क्षेत्रीय लोगों का सहयोग भी मिलता दिखाई दे रहा है !ज्ञातव्य है की उक्त ग्राम सिवनी मंडला मार्ग एवं छिंदवाड़ा रेलवे मार्ग के स्टेशन गंगा टोला से मात्र 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है उक्त मार्ग के निर्माण हेतु क्षेत्रवासीयो विधायक सांसद मुख्यमंत्री महोदय को भी अनेकों बार आवेदन निवेदन किया गया इसके बावजूद भी आज तक इस समस्या का समाधान नहीं हो पाया है ! उल्लेखनीय होगा की प्रधानमंत्री सड़क योजना अंतर्गत विभाग द्वारा ग्राम वासियों की जानकारी के बगैर आवागमन की विरुद्ध विपरीत दिशा में स्थित ग्राम अहरवाडा से जोड़ दिया गया है जिसे ग्राम पंचायत एवं उस पर आश्रित ग्राम जौहरी टोला वासियों को उक्त सड़क से कोई खास बस्ता नहीं होता आपको बता दे की ग्रामवासी अपनी मूलभूत आवश्यकता जेसे शिक्षा , स्वास्थ्य , कृषि कार्य , व्यवसाय, मजदूरी एवं खाद्य सामग्री इत्यादि के लिये केवलारी मूख्लाय की ओर ही प्रस्थान किया करते है ग्राम से केवलारी जाने के लिये ग्राम वासियों को कीचड़ युक्त एवं गढ़ेनुमा रोड से भारी परेशानी के बीच आवागमन करने को मजबूर है,गंगाटोला से इस मार्ग की ओर स्थापित पारधी क्रेसर की वजह से ग्रामवासियों की परेशानियां और ज्यादा बढ़ गयी है।क्रेसर के मालिक द्वारा रोड में ही आफिस बना के रोड को और सकरा कर दिया है जिससे आवागमन में परेशानी हो रही है।और उक्त क्रेसर से प्रतिदिन दर्जनो ओवरलोड डम्फर खनिज परिवहन किये जाने के कारण रोड और भी ज्यादा बदहाल हो गयी है,जबकी क्रेसर संचालन की नियमावली के अनुसार ग्रामीणों के उपयोग की जाने वाली सड़क का संधारण क्रेसर मालिक के द्वारा किये जाने का नियम है,परंतु पारधी क्रेसर के मालिक को ग्रामीणों की परेशानी से कोई वास्ता न होकर सिर्फ अपनी कमाई से मतलब राह गया है।उस मार्ग से चलने वाले ग्रामवासियों की परेसानी से वास्ता रखने या उनकी सुनने वाला कोई विकल्प अब ग्रामीणों को नही दिख रहा है। इन सारी परिस्थिति के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं होने के चलते चक्का जाम करने के लिए एवं चुनाव का बहिष्कार करते हुए *रोड नहीं तो वोट नहीं* नारा के बीच दिनांक 1 अक्टूबर 2018 को सिवनी से मंडला राजमार्ग पर चक्काजाम करने का निर्णय किया है ग्रामवासियों द्वारा 1 अक्टूबर 2018 को गंगा टोला चक्का जाम कर आवागमन को प्रभावित किया जाएगा, इसमें जो भी प्रतिकूल परिस्थिति चाहे वह आर्थिक सामाजिक एवं प्रशासनिक होगी तो उक्त समस्त समस्याओं के लिए शासन-प्रशासन की सम्पूर्ण जवाबदेही होगी अब देखना होगा की गहरी नींद में सो रहे कथा कथित जनता के सेवक एवं जिम्मेदार अधिकारी समय रहते कोई ठोस कदम उठाते है या हमेशा की तरह जन समस्यों को दर किनार कर दिया जाता है !