सिवनी-गत 27 अक्टूम्बर की देर रात सिवनी जिले के ग्राम गहरानाला के पास एक घर मे अजगर के घुस जाने की सूचना प्राप्त हुई उड़न दस्ता प्रभारी के के तिवारी के निर्देश पर दल में पदस्थ सर्प विशेषज्ञ अर्पित मिश्रा ने घटना स्थल पर पहुंच कर अजगर को सुरक्षित रेस्क्यू किया वहाँ काफी लोग उपस्थित थे जिनमे से कुछ लोग के द्वारा पुछे जाने पर जानकारी दी की यह जहरीला सर्प नही है ,लेकिन सर्प के काट लेने पर तत्काल अस्पताल जाए झाड़फूंक में समय बरबाद न करें देरी होने से जान भी जा सकती है ।
भारत मे 280 प्रजातिया पाई जाती है जिनमे से सिर्फ 4 सर्प ऐसे है जिनकी पहचान होना बहुत जरूरी है जिन्हें BIG FOUR SNAKES भी कहा जाता है कोबरा – नाग , रसल वाइपर (पर्रामन ,कोडिया) , करैत (दांडेकार ) , सॉ स्केल्ड वाइपर (फुर्सा ) , जो कि जहरीले सर्प है आप गूगल पर BIG FOUR SNAKES सर्च कर इन साँपो की पहचान अच्छी तरीके से कर सकते है |
, सर्प वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के अंतर्गत है अजगर और मॉनिटर लिजर्ड (गोहटा,गोहेरा) शेडयूल 1 में आता है साथ ही कोबरा- (नाग), रसल वाइपर – (पर्रामन ,कोडिया) ,शेडयूल 2 में एवं अन्य सर्प 3 और 4 के अंतर्गत है सांपो के साथ खिलवाड़ करने या मारने पर 3 से 7 साल तक कि सजा का प्रावधान है ।
साथ ही समझाया गया की साँप चूहों को खाकर फसलों की रक्षा एवं चुहों से होने वाली खतरनाक बीमारियों से भी मानव जीवन की रक्षा करते है ,सांप के जहर से खतरनाक बीमारियों की दवाएं भी बनाई जाती है, सर्प प्राकृतिक संतुलन बनाये रखने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते है इनका संरक्षण करें।