सिवनी जिले में आईपीएल क्रिकेट सट्टा के खिलाफ पुलिस प्रशासन ने एक बार फिर सख्त रुख अपनाते हुए दो अलग-अलग स्थानों पर दबिश देकर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस अभियान का नेतृत्व पुलिस अधीक्षक श्री सुनील मेहता द्वारा किया गया, जिनके निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गुरूदत्त शर्मा तथा सीएसपी पूजा पाण्डेय के मार्गदर्शन में यह कार्रवाई की गई।
आईपीएल सट्टा कनेक्शन: घसियारी मोहल्ला से गिरफ्तारी
सूचना के आधार पर घसियारी मोहल्ला स्थित मोहम्मद शोहेब खान उर्फ सोनू को गिरफ्तार किया गया, जो हैदराबाद और पंजाब के बीच चल रहे आईपीएल क्रिकेट मैच में ऑनलाइन सट्टा खिला रहा था। पुलिस को मुखबिर से खबर मिली कि आरोपी लोगों को सट्टा खेलने के लिए ऑनलाइन ID बांट रहा है और जीत-हार पर दांव लगवा रहा है।
पूछताछ में उसने खुलासा किया कि वह इमरान उर्फ इम्मू (निवासी कटंगी रोड) और जितु यादव (निवासी बरघाट रोड गणेश चौक) के लिए काम करता है। पुलिस ने आईपीएल क्रिकेट सट्टा एक्ट के तहत मामला दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है।
मामला दर्ज:
- अप.क्र. 259/25 धारा 4क सट्टा एक्ट, 49 बीएनएस
- गिरफ्तार आरोपी: मोहम्मद शोहेब खान उर्फ सोनू, पिता युसूफ खान, उम्र 29 वर्ष, निवासी घसियारी मोहल्ला, शहीद वार्ड, सिवनी
- फरार आरोपी:
- इमरान उर्फ इम्मू, निवासी कटंगी रोड, सिवनी
- जीतू यादव, निवासी बरघाट रोड, गणेश चौक, सिवनी
गणेश चौक क्षेत्र से दूसरी कार्रवाई: दो और गिरफ्तार
एक अन्य सूचना के आधार पर पुलिस ने गणेश चौक व्यायामशाला के पास दबिश दी, जहां दीपक चौरसिया और सौरभ साहू आईपीएल मैच में ऑनलाइन सट्टा खिला रहे थे। दोनों आरोपी चौके, छक्के और मैच की हार-जीत पर लोगों से रुपये का दांव लगवाते थे।
मोबाइल जांच और पूछताछ में सामने आया कि ये दोनों आरोपी निहाल डोंगरे, राज सूर्यवंशी और घनश्याम गोस्वामी से ID प्राप्त करते थे और कमीशन पर सट्टा खिलाते थे।
मामला दर्ज:
- अप.क्र. 260/25 धारा 4क सट्टा एक्ट, 49 बीएनएस
- गिरफ्तार आरोपी:
- दीपक चौरसिया, उम्र 24 वर्ष, निवासी बरघाट रोड, गणेश चौक, सिवनी
- सौरभ साहू, उम्र 22 वर्ष, निवासी भौंमा थाना कान्हीवाड़ा (हाल गणेश चौक सिवनी)
- फरार आरोपी:
- राज सूर्यवंशी, निवासी सुभाष पुतला चौक, सिवनी
- घनश्याम गोस्वामी, निवासी बरघाट नाका, सिवनी
- निहाल डोंगरे, निवासी डुंडा सिवनी
जप्त सामग्री और रकम का ब्यौरा
दोनों प्रकरणों में कुल तीन एंड्रॉइड मोबाइल फोन, जिनकी कुल कीमत लगभग ₹48,000 आंकी गई है, पुलिस द्वारा जब्त किए गए हैं। इन मोबाइलों में आईपीएल सट्टा से जुड़े लगभग ₹5,00,000 (पाँच लाख रुपये) के लेन-देन का हिसाब पाया गया है। मोबाइल में व्हाट्सएप चैट्स, स्कोर बोर्ड एप्स, गूगल शीट्स और UPI लेनदेन से जुड़ी जानकारियां भी मिली हैं, जो इस सट्टेबाजी नेटवर्क की गहराई को दर्शाती हैं।
सट्टा रैकेट में लिंक और नेटवर्किंग का खुलासा
पूछताछ के दौरान यह भी सामने आया कि सट्टेबाज हैदराबाद, पंजाब और अन्य बड़े शहरों से जुड़ी ID का उपयोग कर रहे थे, जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि सट्टेबाजी का यह नेटवर्क स्थानीय स्तर से राष्ट्रीय स्तर तक फैला हुआ है। आरोपियों ने बताया कि उन्हें प्रति आईडी कमीशन और मार्जिन प्राप्त होता था और ये आईडी नियमित रूप से अपडेट की जाती थीं।
प्रशंसनीय पुलिस टीम का योगदान
इस कार्रवाई को सफल बनाने में कोतवाली निरीक्षक सतीश तिवारी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने तेजतर्रार भूमिका निभाई। इसमें शामिल थे: उनि राहुल काकोडिया, मुकेश विश्वकर्मा, नितेश राजपूत, विक्रम देशमुख, अमित रघुवंशी, मुकेश चौरिया, अभिषेक डहेरिया, प्रतीक बघेल, इरफान खान, इन सभी ने सटीक सूचना, त्वरित कार्रवाई और रणनीतिक घेराबंदी द्वारा आरोपियों को दबोचने में सराहनीय कार्य किया।
सिवनी पुलिस का सट्टेबाजी के विरुद्ध सख्त संदेश
पुलिस अधीक्षक श्री सुनील मेहता ने इस कार्यवाही के माध्यम से सट्टा एवं जुए के खिलाफ कड़ा संदेश दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सट्टा जैसे अपराधों में संलिप्त लोगों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। आगामी दिनों में ऐसे नेटवर्क को समूल नष्ट करने के लिए विशेष अभियान भी चलाए जाएंगे।
सट्टा एक्ट और बीएनएस की धाराएं: क्या कहता है कानून?
- सट्टा एक्ट की धारा 4क: इसमें सट्टा खेलने या खिलाने पर दंडात्मक प्रावधान है, जिसमें जुर्माना और कारावास दोनों हो सकते हैं।
- भारतीय न्याय संहिता की धारा 49 बीएनएस: यह ऑनलाइन सट्टेबाजी एवं डिजिटल लेन-देन के माध्यम से अपराध करने वालों के लिए सख्त सजा का प्रावधान करती है।
आईपीएल क्रिकेट सट्टा जैसे डिजिटल अपराध समाज में तेजी से पैर पसार रहे हैं, लेकिन सिवनी पुलिस की सजगता और प्रतिबद्धता के चलते ऐसे अपराधों की समय रहते रोकथाम हो रही है। यह कार्रवाई न केवल सट्टेबाजों के लिए चेतावनी है, बल्कि एक सकारात्मक संदेश भी कि कानून के हाथ लंबे हैं और अपराधी कहीं भी छिपे नहीं रह सकते।