SEONI, KEOLARI NEWS: मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के दौरान केवलारी से कांग्रेस विधायक रजनीश सिंह ने किसानों की समस्याओं को लेकर अनोखे अंदाज में विरोध दर्ज कराया। वह अपने समर्थकों के साथ प्लास्टिक के सांप लेकर पहुंचे, जिससे यह संदेश दिया कि किसानों को ठगा जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि संजय सरोवर बांध में पर्याप्त पानी होने के बावजूद उनके क्षेत्र के किसानों को सिंचाई सुविधाएं नहीं मिल रही हैं, जिससे उनकी फसलें बर्बाद हो रही हैं।
केवलारी विधायक रजनीश सिंह ने सरकार पर साधा निशाना
विधानसभा में पहुंचे कांग्रेस विधायक रजनीश सिंह ने खराब हुई गेहूं की फसल को लेकर भाजपा सरकार पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की परेशानियों की अनदेखी कर रही है। जब संजय सरोवर में पानी की कोई कमी नहीं है, तो फिर केवलारी के किसानों को सिंचाई सुविधा से क्यों वंचित रखा जा रहा है?
उन्होंने कहा कि खेतों में पानी न मिलने से किसान आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। कई किसानों को मजबूर होकर ब्याज पर कर्ज लेना पड़ रहा है, जबकि सरकार केवल कागजी योजनाओं में व्यस्त है।
संजय सरोवर में पर्याप्त पानी, फिर भी किसान परेशान
केवलारी क्षेत्र के लिए संजय सरोवर बांध एक प्रमुख जल स्रोत है, जिसमें हर साल बारिश के मौसम में पर्याप्त जल भराव होता है। लेकिन इसके बावजूद किसानों को सही मात्रा में पानी नहीं मिल पा रहा है।
मुख्य समस्याएं जो केवलारी के किसानों को झेलनी पड़ रही हैं:
- सिंचाई के लिए नहरों में पानी नहीं छोड़ा जा रहा।
- बिजली कटौती के कारण ट्यूबवेल भी नहीं चल पा रहे।
- अधिकारियों की लापरवाही से जल आपूर्ति की योजनाएं अधूरी रह जाती हैं।
- किसानों की मांग के बावजूद सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा रही।
विधानसभा में गूंजा किसानों का मुद्दा
बजट सत्र के दौरान कांग्रेस विधायकों ने कृषि संकट और खराब फसल के मुद्दे पर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इसी क्रम में केवलारी विधायक रजनीश सिंह ने विधानसभा के अंदर प्लास्टिक के सांप लहराते हुए सरकार को कटघरे में खड़ा किया।
उन्होंने कहा,
“यह सरकार किसानों को गुमराह कर रही है। जब संजय सरोवर में पानी भरा हुआ है, तो फिर सिंचाई के लिए पानी क्यों नहीं दिया जा रहा? भाजपा सरकार सिर्फ झूठे वादे कर रही है।”
कांग्रेस ने सरकार को घेरा
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि भाजपा सरकार केवल बड़े उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने में लगी है और किसानों के प्रति उदासीन रवैया अपना रही है। मध्य प्रदेश में कृषि संकट लगातार बढ़ रहा है, लेकिन सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही।
कांग्रेस विधायक दल ने विधानसभा अध्यक्ष से केवलारी के किसानों के लिए तुरंत राहत पैकेज जारी करने और सिंचाई सुविधा बहाल करने की मांग की।
क्या कहती है सरकार?
भाजपा सरकार ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि राज्य सरकार किसानों की हर संभव मदद कर रही है। सरकार के मुताबिक:
- नहरों की सफाई और विस्तार कार्य जारी है।
- जल आपूर्ति के लिए नई योजनाओं पर काम हो रहा है।
- सिंचाई विभाग किसानों को समय पर पानी देने के लिए योजना बना रहा है।
लेकिन किसानों का कहना है कि ये सभी दावे केवल कागजी हैं, जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल अलग है।
मध्य प्रदेश के किसानों की स्थिति पर एक नजर
1. सिंचाई संकट:
मध्य प्रदेश में कई प्रमुख जल स्रोत होने के बावजूद किसानों को सिंचाई सुविधा नहीं मिल रही।
- 80% से अधिक खेती वर्षा आधारित है।
- बड़े जलाशयों के बावजूद सिंचाई योजनाएं सफल नहीं हो रही हैं।
- सरकारी योजनाएं किसानों तक नहीं पहुंच पा रही हैं।
2. फसल बीमा योजना का लाभ नहीं मिल रहा:
- कई किसान अभी भी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से वंचित हैं।
- क्लेम प्रक्रिया में देरी होने के कारण किसानों को समय पर मुआवजा नहीं मिल रहा।
- कर्ज के बोझ से दबे किसानों की आत्महत्याओं में बढ़ोतरी हुई है।
क्या सरकार उठाएगी कोई ठोस कदम?
कांग्रेस विधायकों के विरोध के बावजूद भाजपा सरकार ने इस मुद्दे पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। किसानों का कहना है कि अगर जल्द ही सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध नहीं कराया गया, तो उन्हें इस बार भी भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या सरकार किसानों की मदद के लिए कोई ठोस कदम उठाती है या यह मामला केवल राजनीतिक बहस तक सीमित रहेगा।