सिवनी। दक्षिण सामान्य वनमंडल के खवासा वन परिक्षेत्र में रविवार सुबह मादा तेंदुए का दो दिन पुराना शव वन अमले को मिला है। पीएम के बाद शव को मौके पर ही डीएफओ टीएस सुलिया, पेंच के वन्यप्राणी पशु चिकित्सक डॉ अखिलेश मिश्रा, रूखड़ एसडीओ राकेश कोड़ोपे सहित अधिकारियों व वन अमले की मौजूदगी में जला दिया गया है।
पीएम रिपोर्ट में मादा तेंदुए की मौत आपसी संघर्ष में होने की पुष्टि हुई है। डीएफओ टीएस सुलिया ने बताया कि खवासा रेंज के हाथीगढ़ क्षेत्र में बावनथड़ी नदी से लगे कम्पार्टमेंट क्र 354 में रविवार सुबह तेंदुए का शव मैदानी अमले ने गश्ती के दौरान देखा था।
मौके पर पेंच के वन्यप्राणी चिकित्सक से तेंदुए के शव का पीएम कराया गया। पीएम में मादा तेंदुए की गर्दन में अन्य ताकतवर तेंदुए के दांत के निशान पाए गए हैं। सर्चिंग के दौरान जंगल में भी दूसरे तेंदुए की मौजूदगी के निशान मिले हैं। संघर्ष में मादा तेंदुए की मौत हुई है। मादा तेंदुए का शव करीब दो दिन पुराना है। जिसकी उम्र करीब 8-10 साल होगी। तेंदुए के दांत घिस चुके थे।
शिकार से इंकार – डीएफओ सुलिया के मुताबिक मादा तेंदुए के शरीर के सभी जरूरी अंग दांत, पंजे, पूंछ इत्यादि पाए गए हैं। मौके पर सर्चिंग के दौरान शिकार से जुड़ा कोई सुराग नहीं मिला है। पीएम के बाद तेंदुए के शव को जला दिया गया है। मादा तेंदुए का बिसरा फारेंसिक जांच के लिए लैब भेजा जा रहा है। लैब से रिपोर्ट मिलने के बाद मौत का वास्तविक कारण पता चलेगा।