ट्रक चालक और मालिकों को धमकाकर लूटते हैं चैकपोस्ट के गुर्गे
परिवहन जांच चौकी मेटेवानी लूट-खसोट का अड्डा बन गया है। परिवहन निरीक्षक से लेकर सफेदपोश अफसर और नेतागण लाखों-करोड़ों रुपए कमाने और जेब गर्म करने के लिए अवैध रूप से वसूली करवा रहे हैं। दिखावे के लिए सफेदपोश नेता बीच में एंट्रीफीस पर रोक लगा दिए थे लेकिन पर्दे के पीछे से अवैध वसूली करवा रहे हैं। गोंडवाना समय की टीम जब रविवार को मेटेवानी परिवहन जांच चौकी पहुंची और दर्जनों ट्रक चालकों से चर्चा की तो परिवहन चौकी की अवैध वसूली का मामला सामने आया।
मेटेवानी परिवहन चैकपोस्ट
सिवनीमहाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की सीमा में स्थित अंतर्राज्यीय परिवहन जांच चौकी मेटेवानी में परिवहन निरीक्षक अजय मार्को की अगुवाई में अधिकारी-कर्मचारी और उनके प्राइवेट गुर्गे हर दिन ट्रक चालक और संचालकों से लाखों रूपए की अवैध वसूली कर रहे हैं। एक ट्रक चालक से औसतन 300 रुपए से 500 रुपए तक वसूल रहे हैं। जबकि साल भर पूर्व मप्र भर की सभी चैकपोस्ट में चल रही अवैध वसूली को लेकर मीडिया में सुर्खिया बनने के बाद परिवहन मंत्री और प्रदेश सरकार ने वसूली पर रोक लगाते हुए प्राइवेट व्यक्तियों को चैकपोस्ट से बाहर कर दिया था,लेकिन सिवनी जिले के अंतर्राज्यीय जांच चौकी मेटेवानी में बाहरी ट्रक चालक और संचालकों से जबरन वसूली कर हर दिन लाखों रुपए ऐंठे जा रहे हैं।
हर दिन लाखो रुपए से ज्यादा की अवैध वसूली-
महाराष्ट्र और म.प्र.की सीमावर्ती खवासा मेटेवानी में संचालित अंतर्राज्यीय जांच चौकी में हर दिन तीन से चार हजार की संख्या में दोनों ओर से ट्रक,कंटेनर और अन्य वाहनों की आवाजाही होती है। जिसमें लोकल के वाहन को महाराष्ट्र और म.प्र.की सीमावर्ती खवासा मेटेवानी में संचालित अंतर्राज्यीय जांच चौकी में हर दिन तीन से चार हजार की संख्या में दोनों ओर से ट्रक,कंटेनर और अन्य वाहनों की आवाजाही होती है। जिसमें लोकल के वाहन को छोड़कर अन्य राज्यों से आने वाले वाहनों से 400रुपए से 600 सौ रूपए तक एंट्री बनाम अवैध वसूली की जा रही है। 400 रुपए प्रति ट्रक के हिसाब से यदि अवैध वसूली की जाती है तो एक दिन में परिवहन चौकी के अधिकारी-कर्मचारी और गुर्गे 10 से 12 लाख रुपए वसूल रहे हैं। यानी एक माह में तीन करोड़ रुपए की राशि अवैध रूप से वसूली करके ट्रक संचालकों की जेब हल्की कर रहे हैं।
कई घंटे तक खड़े रखे जाते हैं ट्रक
मेटेवानी परिवहन जांच चौकी में ट्रकों की कतार लगी रहती है। दरअसल इसके जिम्मेदार ट्रक चालक नहीं बल्कि परिहवन चौकी के अधिकारी-कर्मचारी और गुर्गे शामिल हैं। अवैध वसूली के चक्कर में उन्हें रोककर रखा जाता है। जिससे ट्रक संचालकों का समय,पैसे और कच्चा माल तक खराब हो रहा है।
चैकपोस्ट में चलती है गुण्डागर्दी-
परिवहन चौकी में मौजूद गुर्गे और वहां तैनात कर्मचारी बाहरी ट्रक चालकों द्वारा एंट्री फीस बनाम अवैध वसूली के तौर पर 500-600 रुपए नहीं देते हैं तो उनके साथ गुण्डागर्दी व मारपीट की जाती है। उन्हें स्थानीय पुलिस का भी संरक्षण रहता है। ऐसे में ट्रक चालक और संचालक थाने में जाकर शिकायत भी नहीं कर सकते हैं। यह दर्द खुद ट्रक चालक बता रहे हैं। बिहार से मुम्बई माल लेकर जा रहे ट्रक क्रमांक एमएच 15 ईजी 6558 के चालक और ग्वालियर से नागपुर जा रहे एमपी 06 एचसी 2915 का कहना है कि सिवनी-खवासा की लोकल वाहनों से कोई एंट्री फीस नहीं लेते हैं बाहर के ट्रक चालकों से एंट्री के रूप में 400 रुप ए आरटीओ लेता है। बिना पैसे के नहीं मानते हैं। पैसे न देने पर कागज छुड़ा लेते हैं और धमकाते हैं। कहते हैं गाड़ी खड़के चले जाओ।