सत्र 2011-12, 2012-13, 2013-14 के हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूल अतिथि शिक्षिको के रिकॉर्ड पोर्टल में उपलब्ध नहीं है, देखा जाये तो इसमें स्कूल प्रबंधक से लेकर DDO तक की लापरवाही हो सकती है जिस वजह से अतिथि शिक्षको के रिकॉर्ड ऑनलाइन पोर्टल में नहीं अपडेट हुए है |
सिवनी // अतिथि शिक्षक प्रबंधन प्रणाली के पोर्टल से इन दिनों खासे परेशान है। जिन्हें कार्य अनुभव के आधार पर दिए जाने वाले अनुभव प्रमाण पत्र प्राप्त करने हेतु ऑनलाइन कैफे के चक्कर काटने पड़ रहे है।
अतिथि शिक्षकों का कहना है कि उनके द्वारा विगत अलग-अलग शिक्षा सत्रों में विभिन्न विद्यालयों में अध्यापन का कार्य जुलाई से अप्रैल तक कराया गया है। जिसका उन्हें मानदेय भी प्राप्त हुआ है।
लेकिन कार्यानुभव प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए अतिथि शिक्षक प्रबंधन प्रणाली की साइट पर उनके कुछ शिक्षा सत्र के क्लेम फॉर्म में कुछ दिवस या पिछले एक वर्ष ही दर्शाए जा रहे हैं, तो कुछ क्लेम फॉर्म में कुछ महीने के अध्यापन दिवस ही प्रदर्शित हो रहे है।
ऐसे में अतिथि शिक्षकों का कहना है कि अनुभव प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए जो उन्हें क्लेम करना पड़ रहा है, उसमें यदि पूरे सत्र के सभी महीने पोर्टल पर नहीं दिखाया जा रहा है, जो उनके लिए इन दिनों परेशानी का सबब बने हुए है।
इधर व्यापम द्वारा होने वाली भर्ती में इन क्लेम फॉर्म के आधार पर ही जिला शिक्षा अधिकारी के स्वीकृति के बाद उन्हें अनुभव प्रमाण पत्र प्रदाय दिए जाएंगे।
भर्ती में पड़ेगी जरूरत फरवरी 2019 में व्यापम द्वारा वर्ग 1 व वर्ग 2 की भर्ती परीक्षा कराई गई थी। इसमें अतिथि शिक्षकों को 25 प्रतिशत का आरक्षण भी प्रदाय किया गया है।
जिसमें तीन सत्र में कम से कम 200 दिवस की आवश्यकता होगी तभी पूर्व में कार्य कर चुके अतिथि शिक्षकों को राज्य सरकार द्वारा दिए गए 25 प्रतिशत आरक्षण का लाभ मिल पाएगा।
आने वाले कुछ महीनों में अतिथि शिक्षकों के लिए यहसुनहरा अवसर है, जिसके चलते वे विद्यालयों में पढ़ा सकंेगे वहीं उन्हें अतिथि शिक्षक के रूप में विभिन्न विद्यालयों में कार्य करने हेतु भी कार्य अनुभव के आधार पर चयनित किया जाएगा।
लेकिन पोर्टल पर हो रही गड़बड़ी के चलते उन्हें उनके पढ़ाए गए सभी शिक्षा सत्रों के अनुभव पोर्टल पर प्रदर्शित नहीं हो रहे हैं जिसके चलते इन दिनों वे मानसिक रूप से परेशान है। आला अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान
पोर्टल पर अतिथि शिक्षकों के अध्यापन के लिए जनरेट हो रहे क्लेम फार्म मे कई त्रुटियां हैं। लेकिन उन त्रुटियों को दूर करने के लिए प्रदेश के लोक शिक्षण संचालनालय के आला अधिकारी ध्यान नहीं दिया जा रहा हैं, जिसके चलते वर्तमान में अतिथि शिक्षकों को क्लेम फॉर्म सही जनरेट करने के लिए प्रतिदिन ऑनलाइन कैफे की तरफ रुख करना पड़ रहा है।
हालांकि लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा क्लेम फॉर्म जनरेट करने की दी गई पूर्व तिथि 31 मई में वृद्धि करते हुए 29 मई के पत्र क्रमांक आदेश के अनुसार उसे 15 जून तक बढ़ा दिया गया है।
लेकिन फिर भी वर्तमान समय में अतिथि शिक्षक प्रबंधन प्रणाली के पोर्टल पर किसी भी तरह का सुधार होते नहीं दिखाई दे रहा है।
जिसके चलते अनुभवी अतिथि शिक्षक मानसिक रूप से परेशान हैं एवं शीघ्र ही पोर्टल पर प्रदर्शित हो रही त्रुटियों का निराकरण किए जाने की मांग कर रहे हैं।