जिले भर में बेलगाम दौड़ रहे वाहनों पर नहीं परिवहन विभाग का अंकुश, जिला चिकित्सालय में अव्यवस्थाएं देख कलेक्टर ने लगायी फटकार! जबलपुर से 15 वाहनों के काफिले संग बालाघाट जा रही थी ड्यूटी करने, राहीवाड़ा में टायर पंचर होने पर उतरी थी नीचे, जबलपुर की ओर से आ रहे वाहन ने मारी टक्कर, लोकसभा चुनाव में बालाघाट करनी थी ड्यूटी
सिवनी | सीआरपीएफ (CRPF) गांधीनगर गुजरात की कांस्टेबल शुभाश्री साहू ( Shubhaashri Sahu ) (25) की मौत शुक्रवार को सड़क हादसे में हो गई। वह जबलपुर से 15 वाहनों के काफिले के साथ बालाघाट लोकसभा चुनाव में ड्यूटी के लिए जा रही थी। अभी वह बंडोल थाना क्षेत्र के राहीवाड़ा के निकट पहुंची थी कि उनके वाहन (बस) का टायर पंचर हो गया। वह बस से उतकर साथी महिला कांस्टेबल के साथ नीचे खड़ी थी। उस समय फर्नीचर से लदे एक मैजिक वाहन ने उनको टक्कर मार दिया। घायलावस्था में सिवनी के एक निजी अस्पताल में करीब सात घंटे तक उपचार के बाद उनको नागपुर रैफर किया गया। नागपुर में उनकी मौत हो गई। इसकी पुष्टि बंडोल टीआई एमएल राहंगडाले ने की है।
जानकारी के अनुसार महिला कांस्टेबल शुभाश्री मूल रूप से ओडिशा के भीकानाला की निवासी थी। उनकी नियुक्ति करीब चार वर्ष पूर्व सीआरपीएफ में हुई थी। वह गुजरात से बटालियन के साथ जबलपुर तक ट्रैन से आई। इसके बाद वहां से छोटे-बड़े करीब 15 वाहनों के काफिले के साथ वे लोग बालाघाट में लोकसभा चुनाव में ड्यूटी के लिए रवाना हुए। अभी वे लोग शुक्रवार की सुबह करीब 6:30 बजे बंडोल थाना क्षेत्र के राहीवाड़ा के पास पहुंचे थे कि वह जिस बस में सवार थी। उसका टायर पंचर हो गया। इसके बाद सभी वाहनों का काफिल सड़क किनारे रूक गया।
शुभाश्री साथ बैठी एक सहयोगी के साथ नीचे उतरकर खड़ी हो गई। उसी समय जबलपुर की ओर से आ रहे फर्नीचर लदे एक मैजिक वाहन ने उनको टक्कर मार दिया टक्कर के बाद शुभाश्री सड़क पर गिरकर तड़पने लगी। आनन-फानन में वहां मौजूद सीआरपीएफ जवानों ने पुलिस को सूचना दी और उनको लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। सूचना के बाद कलक्टर प्रवीण सिंह भी जिला अस्पताल पहुंच गए। जिला अस्पताल में पर्याप्त सुविधा नहीं मिलने पर कलक्टर ने संबंधित अधिकारियों की जमकर फटकार लगाई। इसके बाद कलक्टर बारापत्थर स्थित जठार अस्पताल लेकर पहुंचे। कलक्टर की उपस्थित में करीब चार डाक्टरों की टीम ने पांच घंटे तक शुभाश्री का उपचार किया। इसके बाद भी जब उसके हालत में सुधार नहीं हुआ तो उसको नागपुर रैफर कर दिया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
नागपुर कलक्टर को काल कर मंगाया क्रिटिकल एम्बुलेंस
जिले में एक भी क्रिटिकल केयर एम्बुलेंस नहीं हैं। एनएच- 7 पर लगातार हो रहे हादसे के बाद भी एनएचआई के एम्बुलेंस का कोई पता नहीं है। कलक्टर प्रवीण सिंह ने सीआरपीएफ की महिला कांस्टेबल को नागपुर रैफर करने के लिए जब क्रिटिकल केयर एम्बुलेंस के लिए कहा तो स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों के होश उड़ गए। सभी ने हाथ खड़े कर दिए। इसके बाद उन्होंने नागपुर कलक्टर को काल कर वहां से क्रिटिकल केयर एम्बुलेंस मंगवाया। इसके बाद कांस्टेबल को नागपुर रैफर किया गया।
कांस्टेबल की मौत ने खोल दी सिवनी की स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल
सीआरपीएफ महिला कांस्टेबल की मौत ने स्वास्थ्य महकमे की लोकसभा चुनाव को लेकर की गई तैयारी की पोल खोल कर रख दिया। वह भी उस समय जब स्वयं कलक्टर कांस्टेबल के उपचार के लिए उसके साथ-साथ जिला अस्पताल से निजी अस्पताल तक दौड़ लगाते रहे। निजी अस्पताल में सीएमएचओ व अन्य चिकित्साधिकारियों की टीम कांस्टेबल की उपचार कर रही थी, वहीं बगल में कलक्टर खड़े रहे। सुबह में सूचना के बाद पहुंचे कलक्टर दोपहर करीब डेढ़ बजे तक नागपुर के लिए एम्बुलेंस के रवाना होने तक डटे रहे। इस घटना ने जिला प्रशासन को यह सोचने पर विवश कर दिया है कि यदि कोई बड़ा हादसा हो जाए तो स्वास्थ्य महकमा क्या करेगा।
सभी ने किया कांस्टेबल को बचाने का प्रयास
सिवनी पुलिस अधीक्षक ललित शाक्यवार दलबल के साथ अलग-अलग समय में दोपहर तक दो बार अस्पताल पहुंचकर कांस्टेबल का कुशलक्षेम पूछा। कलक्टर जबलपुर व बालाघाट एवं बालाघाट पुलिस अधीक्षक भी पल-पल की जानकारी ले रहे थे। बालाघाट पुलिस अधीक्षक ने लालबर्रा के टीआई को मौके पर भेजकर कांस्टेबल के उपचार कराने में सहयोग का निर्देश दिया। टीआई लालबर्रा व बंडोल पुलिसकर्मी कांस्टेबल के साथ नागपुर तक गए, लेकिन कांस्टेबल की मौत की सूचना ने सबको दु:खी कर दिया। लोकसभा चुनाव की ड्यूटी में कांस्टेबल के आने से जबलपुर, सिवनी व बालाघाट जिले के कलक्टर व एसपी हर कीमत पर उसकी जान बचाने का प्रयास किए, लेकिन सफलता नहीं मिली। अब कांस्टेबल के शव का पोस्टमार्टम नागपुर में किया जाएगा। बालाघाट से सीआरपीएफ के रघुवंश कुमार भी मौके पर पहुंच गए थे।
घर में शादी की तैयारी, पहुंची मौत की खबर
सड़क हादसे में मृत कांस्टेबल के सहयोगी की बातों पर गौर करें तो उनकी शादी अगले माह होनी थी। मृतक कांस्टेबल के परिवार में शादी की तैयारी चल रही थी। सभी के चेहरें पर खुशी के भाव थे। इसबीच उसके मौत की खबर ने सभी को झकझोर कर रख दिया। मृतक कांस्टेबल के पिता की भी लंबे समय पूर्व सड़क हादसे में मौत हो चुकी है। परिवार में मां और भाई है। मां की तबियत ठीक नहीं रहती है।