सिवनी-बालाघाट राज्य मार्ग क्रमांक 72 का सपना अब जल्द ही हकीकत बनने जा रहा है। मध्यप्रदेश के लोगों के लिए यह एक बड़ी सौगात साबित होगी, जो आवागमन को सुगम बनाने के साथ-साथ भविष्य की दुर्घटनाओं को रोकने में भी कारगर साबित होगी। शासन द्वारा संबंधित विभागों को स्पष्ट आदेश दिए गए हैं और निर्माण कार्य की पूर्व तैयारी में तेजी लाई जा रही है।
राज्य मार्ग निर्माण के लिए प्रारंभिक प्रक्रिया में तेजी
राज्य मार्ग क्रमांक 72, जो सिवनी से बालाघाट तक जुड़ेगा, उसके निर्माण की प्रक्रिया को अब औपचारिक रूप से आरंभ कर दिया गया है। एमपीआरडीसी (MP Rural Road Development Corporation) से प्राप्त आदेशों के बाद एसडीएम एवं तहसीलदारों के माध्यम से प्रभावित ग्रामों के राजस्व नक्शे तैयार करने की प्रक्रिया जारी है। यह नक्शे मार्ग के निर्माण से प्रभावित क्षेत्रों की पहचान में सहायक होंगे।
फिजिबिलिटी रिपोर्ट और डीपीआर निर्माण में प्रगति
मेसर्स एल.एन. मालवीय इंफ्रा प्रोजेक्ट्स, भोपाल को इस महत्वाकांक्षी परियोजना की फिजिबिलिटी रिपोर्ट तथा डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करने की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। यह कंपनी भू-अर्जन योजना पर भी कार्य कर रही है, जिससे कि निर्माण प्रक्रिया में किसी प्रकार की कानूनी बाधा उत्पन्न न हो।
प्रस्तावित मार्ग पर जिन ग्रामों की भूमि अर्जित की जानी है, उनके राजस्व रिकॉर्ड एवं नक्शों (बंटांकन सहित) की आवश्यकता को देखते हुए संबंधित ग्रामों की सूची तैयार की गई है और जिला प्रशासन को भेज दी गई है।
प्रशासन ने शुरू की कवायद, नक्शे तैयार करने के निर्देश
जिला कलेक्टर को जैसे ही संभागीय प्रबंधक, एमपीआरडीसी से पत्र प्राप्त हुआ, उन्होंने त्वरित रूप से राजस्व विभाग को नक्शे तैयार करने के निर्देश दे दिए। इसके पश्चात बरघाट तहसीलदार एवं एसडीएम द्वारा इस विषय में आवश्यक कदम उठाए जा चुके हैं। कार्य में किसी प्रकार की देरी न हो, इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
राजमार्ग से मिलेगा बेहतर आवागमन, दुर्घटनाओं से राहत
सिवनी-बालाघाट मार्ग की हालत वर्षों से जर्जर बनी हुई है। आए दिन होने वाली भीषण सड़क दुर्घटनाएं जनमानस के लिए चिंता का विषय बनी हुई थीं। राज्य मार्ग क्रमांक 72 के निर्माण से यह मार्ग न केवल सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करेगा, बल्कि आर्थिक विकास को भी नई दिशा देगा।
स्थानीय लोग वर्षों से इस सड़क के निर्माण की मांग कर रहे थे। कई बार आंदोलन और सत्याग्रह भी हुए। अब जबकि शासन ने इस ओर गंभीरता दिखाई है, तो यह कहा जा सकता है कि जल्द ही इस मार्ग पर आवागमन निर्बाध होगा और जनता को सुरक्षा और सुविधा दोनों मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने की थी निर्माण की घोषणा
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव ने बरघाट विकासखंड में आयोजित एक सार्वजनिक कार्यक्रम में इस मार्ग के निर्माण की घोषणा की थी। इस घोषणा को अब जमीनी अमल में लाया जा रहा है। यह घोषणा अब एक विकास यात्रा का रूप ले रही है, जिसमें प्रशासन, इंजीनियरिंग विभाग और स्थानीय जनप्रतिनिधि सभी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
भविष्य में कैसे बदलेगा परिदृश्य
राज्य मार्ग का निर्माण पूर्ण होने के बाद, इसके दूरगामी प्रभाव देखने को मिलेंगे:
- सिवनी से बालाघाट की दूरी कम समय में तय होगी।
- परिवहन व्यवस्था में सुधार होगा, जिससे व्यापार और औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
- स्वास्थ्य और शिक्षा सेवाओं तक पहुंच में सुविधा होगी।
- ग्रामीण क्षेत्रों का समग्र विकास होगा और नौकरी के नए अवसर उत्पन्न होंगे।
जन-जीवन की मांग और सरकार का उत्तरदायित्व
सिवनी और बालाघाट जिले की जनता पिछले कई वर्षों से इस महत्वपूर्ण सड़क के निर्माण की मांग कर रही थी। प्रशासनिक निष्क्रियता, नक्शों की अनुपलब्धता और योजनागत बाधाओं के चलते यह मार्ग अभी तक अधूरा पड़ा था। लेकिन अब जब सरकारी स्तर पर गंभीरता दिखाई दे रही है, तो जनता को भरोसा हो गया है कि उनका सपना शीघ्र साकार होगा।
भविष्य की संभावनाएं और रणनीति
यह मार्ग मध्यप्रदेश के दो महत्वपूर्ण जिलों को जोड़ने के साथ-साथ छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र जैसे पड़ोसी राज्यों के लिए भी एक वैकल्पिक कनेक्टिविटी रूट साबित हो सकता है। भविष्य में इसे नेशनल हाईवे में अपग्रेड करने की संभावना भी जताई जा रही है। यह मार्ग इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट की दृष्टि से भी एक मील का पत्थर साबित होगा।
सिवनी-बालाघाट राज्य मार्ग क्रमांक 72 का शीघ्र निर्माण न केवल एक सड़क का निर्माण है, बल्कि यह आवागमन, सुरक्षा, आर्थिक विकास और जनसुविधा का एक संयुक्त उपक्रम है। इस मार्ग के निर्माण से जुड़ी प्रक्रिया अब तीव्र गति से आगे बढ़ रही है, और उम्मीद की जा रही है कि बहुत जल्द इसका निर्माण कार्य धरातल पर नजर आएगा।