सिवनी: हिन्दू समाज की एकता, संस्कृति और परंपरा को मजबूत करने के उद्देश्य से सकल हिंदू समाज के नेतृत्व में मठ मंदिर सिवनी में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में समाज के सभी वर्गों के प्रतिनिधि, विभिन्न हिंदू संगठन, राजनीतिक व गैर-राजनीतिक संस्थाएँ, युवा शक्ति, मातृशक्ति, और समाज के वरिष्ठ जनों ने भाग लिया।
बैठक में हिन्दू समाज के महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई, और आगामी चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, 30 मार्च को हिन्दू नव वर्ष के भव्य आयोजन को सफल बनाने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इस वर्ष हिंदू नव वर्ष को और भी भव्य रूप से मनाने हेतु विशेष योजनाएँ बनाई गई हैं।
हिन्दू नव वर्ष 30 मार्च को धूमधाम से मनाने की योजना
बैठक में निर्णय लिया गया कि हिंदू नव वर्ष के शुभ अवसर पर एक भव्य वाहन रैली का आयोजन किया जाएगा। यह वाहन रैली मठ मंदिर सिवनी में देवाधिदेव महादेव के दर्शन से प्रारंभ होकर नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए हिंदू एकता का संदेश प्रसारित करेगी।
मठ मंदिर से पहली वाहन रैली प्रातः 10 बजे
- 🚩 स्थान: मठ मंदिर, सिवनी
- 🚩 दिन: रविवार, 30 मार्च 2025
- 🚩 समय: प्रातः 10:00 बजे
- 🚩 रैली प्रारंभ: मठ मंदिर देवाधिदेव महादेव
- 🚩 नगर भ्रमण: प्रमुख मार्गों से होते हुए विभिन्न मंदिरों तक
- 🚩 रैली का उद्देश्य: हिंदू समाज की एकता को दर्शाना, सनातन संस्कृति का प्रचार करना, और समाज में जागरूकता फैलाना
सभी हिंदू भाइयों और बहनों से अपील
हम सकल हिंदू समाज के माध्यम से आप सभी हिंदू भाइयों और बहनों से अपील करते हैं कि अधिक से अधिक संख्या में इस पवित्र आयोजन में भाग लें और इसे ऐतिहासिक रूप से सफल बनाएं।
आयोजन में क्या-क्या विशेष होगा?
✅ भगवा ध्वज यात्रा: हिंदू नव वर्ष के शुभारंभ के प्रतीक स्वरूप, रैली में हर हिंदू भाई भगवा ध्वज लेकर चलेगा।
✅ बड़े स्तर पर भजन-कीर्तन: पूरे नगर में हिंदू भक्ति और श्रद्धा की धारा प्रवाहित होगी।
✅ गुलाल और पुष्प वर्षा: रैली के दौरान श्रद्धालु गुलाल और पुष्प वर्षा करके उल्लास प्रकट करेंगे।
✅ संस्कृति का प्रचार: रैली के दौरान हिंदू संस्कृति, परंपराओं, और गौरवशाली इतिहास की झलक प्रस्तुत की जाएगी।
हिन्दू नव वर्ष का महत्व
क्या है हिन्दू नव वर्ष?
हिन्दू नव वर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को मनाया जाता है। यह दिन अत्यंत पावन माना जाता है क्योंकि इसी दिन ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की थी। इसी दिन भगवान राम का राज्याभिषेक हुआ था और महाराज विक्रमादित्य ने विक्रम संवत का शुभारंभ किया था।
हिंदू नव वर्ष मनाने की परंपरा
🔸 इस दिन घर और मंदिरों में विशेष पूजन किया जाता है।
🔸 मंदिरों में भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाता है।
🔸 नववर्ष के स्वागत में दीप जलाकर घरों को सजाया जाता है।
🔸 सूर्योदय के समय भगवा ध्वज फहराया जाता है।
भगवा ध्वज यात्रा क्यों जरूरी है?
🚩 भगवा ध्वज हमारी सनातन संस्कृति और हिंदू एकता का प्रतीक है।
🚩 यह यात्रा समाज में धर्म, संस्कृति और सनातन परंपराओं को जागरूक करने का कार्य करेगी।
🚩 यह आयोजन हिंदू समाज को एकजुट करने और धर्म व गौरवशाली इतिहास को पुनर्जीवित करने का कार्य करेगा।
आयोजन में शामिल होने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश
📌 सभी हिंदू भाई-बहन भगवा वस्त्र पहनकर और ध्वज लेकर आएं।
📌 रैली में भाग लेने के लिए समय से पहले उपस्थित हों।
📌 सांस्कृतिक और धार्मिक अनुशासन बनाए रखें।
📌 पर्यावरण का ध्यान रखते हुए सफाई का विशेष ध्यान दें।
आयोजन समिति का संदेश
सकल हिंदू समाज द्वारा आयोजित यह भव्य कार्यक्रम हर हिंदू के लिए एक गौरवपूर्ण अवसर है। यह केवल रैली नहीं, बल्कि सनातन धर्म के उत्थान और हिंदू एकता का उत्सव है। इस आयोजन के माध्यम से हिंदू समाज के प्रत्येक व्यक्ति को अपनी जड़ों से जुड़ने और अपनी संस्कृति पर गर्व करने का अवसर मिलेगा। आइए, इस आयोजन में बढ़-चढ़कर भाग लें और इसे ऐतिहासिक बनाएं। 🚩 जय श्री राम! 🚩