यति यतेंद्रानंद जी महाराज पैदल तय करेंगे 3000 से ज्यादा किलोमीटर की यात्रा. उज्जैन से आरम्भ हुई पदयात्रा आज इंदौर पहुँची
शिवशक्ति धाम डासना जिला गाज़ियाबाद उत्तर प्रदेश के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज के शिष्य यति यतेंद्रानंद जी महाराज ने अपने गुरु के सबसे महत्वपूर्ण विश्व धर्म संसद के लिए सनातन धर्मियो को जागरूक करने व समर्थन जुटाने के लिये मध्य प्रदेश व राजस्थान में तीन हजार किलोमीटर की पदयात्रा उज्जैन से आरम्भ की।आज उनकी पदयात्रा इंदौर पहुँची जहाँ उनका भव्य स्वागत किया गया।इंदौर में यति सन्यासी ने प्रेस वार्ता को भी सम्बोधित किया।
प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए यति यतेंद्रानंद जी महाराज ने बताया कि उनके गुरु महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी शिष्य स्वामी हरि गिरी जी,सनातन धर्म(जिसे हिन्दू धर्म भी कहा जाता है) की सबसे बडी संस्था श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के एक सन्यासी हैं।उनका मामना है कि यह देश भारत जिसमें हम अनेक धर्मो और विचारों को मानने वाले नागरिक स्वाभिमान और सम्मान के साथ रहते हैं,यह बहुत जल्दी उन सभी के लिये जो अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक आस्थाओ के साथ यहाँ रहना चाहते हैं,उन सबके लिये नरक में बदल जाने वाला है।
भारत में रहने वाले हिन्दू,सिक्ख,ईसाई,बौद्ध,पारसी तथा अन्य धार्मिक समूहों की जनसंख्या और जनसंख्या अनुपात लगातार घट रहा है।भारत मे केवल मुस्लिम मज़हबी समूह ही अपनी जनसंख्या को अनियंत्रित रूप से बढ़ा रहा है।जमीनी आंकड़ो पर यदि रिसर्च किया जाए तो यह बिल्कुल तय लगता है कि 2029 में भारत का प्रधानमंत्री कोई मुस्लिम होगा।किसी दैवीय शक्ति की सहायता से अगर यह घटना 2029 में नहीं हुई तो 2034 में इसे कोई नही रोक सकेगा।
एक बार भारत का प्रधानमंत्री कोई मुस्लिम बना तो अपनी अनियंत्रित जनसंख्या के बूते पर मुस्लिम समुदाय कुछ ही वर्षो में भारत मे शरीयत का कानून लागू कर देगा और भारत की स्थिति वर्तमान अफगानिस्तान, पाकिस्तान,इराक और सीरिया जैसी हो जाएगी।भारत का ही एक प्रान्त कश्मीर इसका जीता जागता उदाहरण है। इस्लाम और मुसलमानों के इतिहास को देखते हुए यह मानना ही पड़ता है कि भारत का प्रधानमंत्री मुस्लिम बनने के बाद यह देश गैर मुस्लिमों के लिए साक्षात नरक बन जायेगा और 2050 के आसपास यहाँ के सारे गैर मुस्लिम नष्ट हो चुके होंगे।
जब तक भारत पर इस्लाम का कब्जा होगा,तब तक मुसलमान दुनिया के और कई देशों में अपनी जनसंख्या बढ़ा कर लोकतंत्र के माध्यम से उन देशों पर कब्जा कर चुके होंगे।इसके बाद इस्लाम विश्व की सबसे बड़ी शक्ति होगा और सम्पूर्ण विश्व के गैर मुस्लिमों को समाप्त करने का प्रयास करेगा।
इस्लाम के जिहादी विश्व के हर गैरमुस्लिम के घर तक पहुँचेगे और इस्लामिक कानून और रिवाजो के अनुसार गैरमुस्लिम महिलाओं को सामूहिक बलात्कार के बाद मण्डियों में बेच देंगे और गैरमुस्लिम मर्दो को कत्ल कर देंगे।उन्होंने यह सब दुनिया के हर उस देश मे किया है,जहाँ उनका कब्जा हो जाता है।गैर मुस्लिमों का विनाश करने के बाद ये आपस मे एक दूसरे का कत्ल करेंगे।इस्लाम की अंतहीन लड़ाई सम्पूर्ण विश्व के सर्वनाश तक जारी रहेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि आज की परिस्थितियों में यही सम्पूर्ण विश्व का भविष्य है।यदि विश्व के सभी गैर मुस्लिम इस भविष्य को बदलना चाहते हैं तो आपको आज से ही रक्तपिपासु इस्लामिक विचारधारा के विरुद्ध वैचारिक संघर्ष आरम्भ करना ही होगा।
इसके लिये ऐसी धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं का निर्माण होना अतिआवश्यक है जहाँ विश्व के सभी गैरमुस्लिम समुदाय एकत्रित होकर इस भीषण समस्या से छुटकारा पाने के लिये अपने सभी तरह के स्वार्थों, भय और अहंकारों से ऊपर उठ कर विमर्श करें।उन्होंने और उनके कुछ साथी इसकी पहल करते हुए सम्पूर्ण विश्व के सभी धार्मिक समूहों के धर्मगुरुओं और बुद्धिजीवियों को इस समस्या पर विचार करने के लिये 5 दिवसीय world religious convention में सहयोगी और सहभागी बनने के लिये आमंत्रित कर रहे हैं।
यह world religious convention उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद जिले के शिवशक्ति धाम डासना में 17,18,19,20 और 21 दिसम्बर 2024 को आयोजित की जाएगी।धर्म संसद में पूरी दुनिया से गैर मुस्लिम धर्मगुरु और बुद्धिजीवी भाग लेंगे और जिहाद से मानवता की रक्षा के तरीकों पर गहन विचार विमर्श करेंगे।
दोनों यति सन्यासियों ने मध्य प्रदेश और राजस्थान की धर्मपरायण जनता से इस महान कार्य मे यथासंभव सहायता करने का आह्वान किया।