उज्जैन । बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक भगवान महाकालेश्वर की श्रावण-भाद्रपद माह में निकलने वाली सवारी के क्रम में श्रावण माह के तीसरे सोमवार को यानि आज भगवान महाकालेश्वर भगवान की सवारी निकलेगी।
भगवान महाकाल के भक्तों को एक साथ तीन रूपों के दर्शन होंगे। अवंतिकानाथ चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर मनमहेश तथा गरुड़ रथ पर शिव तांडव रूप में सवार होकर भक्तों को दर्शन देने निकलेंगे।
आज मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान भी सपत्नीक भगवान महाकाल के दर्शन व पूजा अर्चना करेंगे। महाकाल दर्शन के उपरांत मुख्यमंत्री सवारी में भी शामिल होंगे तथा शिप्रा तट पर भगवान चंद्रमौलेश्वर की पूजा अर्चना करेंगे।
महाकाल मंदिर प्रशासन द्वारा बताया गया कि मुख्यमंत्री नागचंद्रेश्वर मंदिर में प्रवेश के लिए एक करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए नवनिर्मित फोल्डिंग ओवरब्रिज का उद्घाटन भी करेंगे।
मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ का इस संबंध में कहना है कि महाकाल मंदिर से शाम चार बजे शाही ठाठ-बाट के साथ भगवान महाकाल की सवारी शुरू होगी। भगवान महाकाल की सवारी निकलने के पूर्व महाकालेश्वर मंदिर स्थित सभामंडप में विधिवत भगवान चन्द्रमोलीश्वर का पूजन-अर्चन होने के पश्चात अपनी प्रजा के हॉल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकलेंगे।
उन्होंने बताया कि मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों के द्वारा पालकी में विराजित भगवान चन्द्रमोलीश्वर को सलामी दी जाएगी।
उसके पश्चात परंपरागत मार्ग से होते हुए सवारी क्षिप्रातट रामघाट पर पहुंचेगी, जहां पर भगवान महाकाल का क्षिप्रा के जल से अभिषेक एवं पूजा-अर्चना की जाएगी। पूजन पश्चात सवारी परंपरागत मार्ग से होते हुए शाम सात बजे पुन: महाकाल मंदिर पहुंचेगी।