उज्जैन (विशाल जैन ): मध्य प्रदेश सडक़ विकास निगम (एमपीआरडीसी) की सडक़ों पर लेटलतीफी के साथ फास्टैग की व्यवस्था अब शुरू हो रही है, जबकि नेशनल हाईवे अपनी सभी सडक़ों को फास्टैग पहले ही कर चुका।
इंदौर – उज्जैन रोड पर बिना टोल चुकाए कब गुजरना आसान नहीं होगा क्योंकि यहां पर आज से फास्टैग की टेस्टिंग शुरू हो चुकी है और आने वाले डेढ़ सप्ताह में बगैर फास्टैग स्क्रीन किए गाड़ी नहीं गुजरेगी।
इंदौर – उज्जैन रोड पर अरबिंदो के आगे बरौली, उज्जैन पहले दो जगह टोल लगाए गए हैं इस रोड पर शुरू से ही टोल कंपनी की शिकायत रही है कि यहां बिना टोल चुकाए सैकड़ों गाडिय़ां रोज गुजरती हैं। दादागिरी के दम पर लोग टोल कंपनी की नहीं सुनते। अक्सर विवाद की स्थिति बनना आम बात है।
इससे टोल कंपनी बैंक का लोन भी समय पर नहीं चुका पा रही और डिफाल्टर होती जा रही है, एमपीआरडीसी यहां की मॉनिटरिंग करता है बहुत लंबे इंतजार के बाद इस मार्ग पर फास्टैग की टेस्टिंग आज से शुरू हुई है और आने वाले डेढ़ सप्ताह में यहां बगैर टोल चुकाए कोई भी वाहन नहीं गुजर सकेगा।
इंदौर उज्जैन रोड पर कोरोना काल के दौरान तकरीबन साढ़े तीन लाख रोजाना राशि प्राप्त होती है सामान्य दिनों में यहां पर 9 लाख रुपए के करीब टोल से राशि मिलती रही है, फास्टैग लगने से इस मार्ग पर 10 फ़ीसदी की राशि में बढ़ोतरी होना निश्चित बताया जा रहा है। कुल मिलाकर टोल कंपनी और एमपीआरडीसी को यहां पर फास्टैग शुरू होने से लगातार हो रहे घाटे से उबरने का रास्ता खुल जाएगा।