मंडला (मध्य प्रदेश): मध्य प्रदेश के कान्हा टाइगर रिजर्व में शिकारियों द्वारा कथित रूप से बिछाए गए तार के जाल में फंसने के बाद एक बाघिन की मौत हो गई है।
उन्होंने कहा कि करीब दो साल पुरानी इस बाघिन को मंगलवार को कान्हा टाइगर रिजर्व (केटीआर) के खापा वन रेंज के कुछ बीट गार्ड ने मृत पाया। एक वन अधिकारी ने कहा, “शिकारियों द्वारा इस्तेमाल किए गए एक तार के जाल में फंसने के बाद बाघिन की मौत हो गई।”
मृत बाघिन की उम्र डेढ़ से 2 साल के बीच बताई जा रही है । प्रबंधन के अनुसार डॉग स्क्वायड, फोरेंसिक टीम ओर टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स मामले की जांच में जुट गया है
कान्हा टाइगर रिज़र्व के उप निदेशक नरेश सिंह यादव ने कहा, “यह एक क्लच वायर था (वाहनों में इस्तेमाल किया वाला) जिसका उपयोग शिकार के लिए किआ गया था । वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और अपराधियों की तलाश की जा रही है।”
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के नियमों के अनुसार बुधवार को शव परीक्षण किया गया।
एक अधिकारी ने कहा कि 2018 की बाघ जनगणना के अनुसार, मध्य प्रदेश देश में सबसे अधिक बाघों का घर है, इसे “बाघ राज्य” का टैग दिया गया है। राज्य में कान्हा, बांधवगढ़, पेंच, सतपुड़ा और पन्ना सहित कई बाघ अभयारण्य हैं।