इंदौर: किसी लड़की का आकर्षक फोटो देखकर अपनी मर्यादा पार कर देने वाले सेंकडों युवा आज कल इस तरह की ब्लैकमैलिंग का शिकार हो रहे है, ऐसे ही अभी महज 10 दिन में 200 से ज्यादा लडको को अपना शिकार बनाकर अश्लील चैट कर, लडको के कपडे उतरवाकर स्क्रीन रिकॉर्डिंग कर लाकों रुपयों की लूट हो चुकी है.
हालाँकि यह ऐसा पहला मामला नहीं है इससे पहले भी अनेको ऐसी खबर आपने सुनी होगी, और कई लोग तो बदनामी के दर से चुप चाप बैठे बैठे ब्लैकमेल होते रहते है.
अभी इस मामले की बात करे तो सिर्फ 10 दिन 200 से ज्यादा लडको को अपना शिकार बनाने के बाद जब पुलिस को सूचना मिली तो पुलिस की सूझ बूझ से चार लोग पकडे गए है, यदि यह नही पकडे जाते तो एक दिन में 100 तो अगले 10 दिनों में ये लोग 10000 से ज्पयादा लोगों को अपना शिकार बना चुके होते , यह सभी पकडे गए युवक मध्यप्रदेश के ही शिवपुरी के रहने वाले हैं।
ब्लैकमेल करने के लिए शिवपुरी से पहुंचे थे इंदौर
टीआई तहजीब काजी से बातचीत के दौरान यह जानकारी सामने आई की पुलिस को दो दिन पहले इमेल (EMAIL) पर शिकायत (Complaint) मिली थी, ईमेल में मिली शिकायत में बताया गया था कि स्कीम-54 के फ्लैट में चार युवक लोगों को लगातार ब्लैकमेल कर अपना शिकार बना रहे है। ये चारो युवको ने फ्लैट वर्क फ्रॉम होम के नाम पर किराए पर ले रखा था।
पुलिस को ईमेल में शिकायत मिलने के बाद बुधवार को पुलिस ने शिकायत के आधार पर फ्लैट में छापा मारा था, चाप मारने के समय पुलिस ने फ्लैट से चार आरोपियों मोनू राठौर (Monu Rathore) , संदीप शर्मा (Sandeep Sharma), अमन जाट (Aman Jaat), सचिन धाकड़ (Sachin Dhakad) को गिरफ्तार किया।
चारो की तलाशी लेने के दौरान उनके पास भारी संख्या में आपत्तिजनक वीडियो मिले हैं, जब चारो आरोपियों से पूछताछ हुई तो उन्होंने बताया कि सिर्फ 10 दिनों में ही 200 से अधिक लोगों को इनके द्वारा ब्लेकमेल कर लाखों रुपए वसूल चुके हैं।
सोशल मीडिया के जरिए इस तरह बनाते थे शिकार
इन युवको का सबसे पहला काम होता था सोशल मीडिया पर लगातार ही प्रोफाइल चेक करना, लड़कों की प्रोफाइल चेक करने के दौरान आरोपियोने के द्वारा लडको के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित की जाती थी जैसे की उनकी उम्र, इंटरेस्ट, उनकी पसंद नापसंद सब जानकारी उनके द्वारा जुताई जाती थी.
सोशल मीडिया पर प्इरोफाइल से यह जानकारी इख्सति करने के बाद फर्जी आईडी बनाकर लड़की का फोटो लगाकर लडको को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी जाती थी.
लडको द्एवारा जब इस आईडी से रिक्वेस्ट एक्सेप्ट की जाती थी उसके बाद से ही चारो आरोपी अपने अपने शिकार के साथ उन आईडी से अश्लील चेट करना शुरू कर देते थे. अश्लील चैट करते करते अपने जाल में फ़साने वाले लड़कों को न्यूड करवाया जाता था और उसी समय स्क्रीन रिकॉर्डिंग कर ब्लैकमेल के लिए विडो बना ली जाती थी.
फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर भी करते थे वसूली, FIR की धमकी देते थे
टीआइ तहजीब काजी ने बताया की आरोपियों ने पूछताछ ने बताया कि सबसे पहले तो स्क्रीन रिकॉर्डर से रिकॉड हुए वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर ही ब्लेकमेल करके वसूली की जाती थी. और जो कोई पैसे देने में नाटक करता था उसके लिए फर्जी अधिकारी बनकर फसे लडको को फ़ोन लगाते थे।
फोने लगाकर उन्हें उनपर FIR दर्ज कराने की धमकी देते थे और डर बनाया था जिसके बाद नाटक करने वाले भी पैसे उनके अकाउंट में जमा करा देते थे . फिलहाल पुलिस अब इन सभी के मोबाइल और बैंक खातों की जांच कर रही है।

