भोपाल । रात साढ़े तीन बजे चैटिंग कर रही बेटी को मोबाइल छुड़ाना बेटी को इतना नागवार गुजरा कि उसने छठवीं मंजिल से कूदकर अपनी जान दे दी। गुरुवार-शुक्रवार दरम्यानी करीब साढ़े तीन बजे रात को मां ने जब बेटी को मोबाइल चलाते देखा तो उन्होंने बेटी को फटकार लगा दी और मोबाइल फोन छुड़ाकर अपने पास रख लिया था।
कोलार थाने के टीआई अनिल वाजपेयी के अनुसार मैत्री तिवारी पुत्री ओम तिवारी (14) निवासी जानकी अपार्टमेंट 8वीं क्लास की छात्रा थी। वह सेंटजोसफ कान्वेंट स्कूल ईदगाह हिल्स की छात्रा थी। उसके पिता ओडिशा में डब्ल्यूएचओ में डाक्टर हैं, जबकि मां शिखा तिवारी गृहणी हैं। साथ ही कॉलोनी सोसायटी की उपाध्यक्ष हैं। छात्रा मां के साथ में यहां अकेली रहती थी। छात्रा की मां ने पुलिस को बताया कि मैत्री कुछ दिनों से अधिक मोबाइल चलाने लगी थी। मोबाइल चेटिंग करती रहती थी। गुरुवार-शुक्रवार की देर रात उन्होंने उसे मोबाइल चलाते देखा तो उसे फटकारा और मोबाइल लेकर अपने पास में रख लिया था।
एक घंटे करीब बालकनी में रही बंद
पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में सामने आया है कि मां से विवाद के बाद छात्रा एक घंटे के करीब बालकनी में बंद रही। मां ने दरवाजा खुलवाने की कोशिश की, लेकिन मैत्री ने दरवाजा नहीं खोला।
धमाके की आवाज ऐसी थी कि सड़क की ओर भागे
घटना के समय गार्ड लक्ष्मी रजक ने बताया कि धमाका इतना जोर का था कि मेन रोड की तरफ भागे। मेरा साथी रवि पवार बोला कि कोई बड़ा एक्सीडेंट हो गया है, लेकिन बाहर कुछ नहीं था, लौटे तो सामने बच्ची जमीन पर थी। उसने शोर मचाया तो ज्यादातर लोग जाग गए। उसके बाद राम भाईयों को लेकर अस्पताल में भर्ती कराने एंबुलेंस से ले गए।
मां ने साधी चुप्पी, पिता ओडीशा से पहुंचे भोपाल
मैत्री की मौत के बाद में उसकी मां शिखा तिवारी घटना के बाद अपने घर पर हैं, वह किसी से ज्यादा बातचीत नहीं कर पा रही हैं। उनको समझ नहीं आ रहा है कि उनसे क्या गलती हो गई है। जो उनकी बेटी ने यह कदम उठा लिया। रो- रोकर उनकी तबियत बिगड़ गई है। मृतका के पिता को कॉल पर सूचना दी गई, वे शुक्रवार को भोपाल पहुंच गए। उनके पड़ोसी मनीष सक्सेना ने बताया कि बच्ची काफी मिलनसार थी। परिवार सामाजिक गतिविधि में शामिल रहता था।