जल्द पूरी होगी सुषमा की इच्छा! पाकिस्तान से आई गीता को महाराष्ट्र में मिल सकता है परिवार

Khabar Satta
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इंदौर: पूर्व विदेश मंत्री स्वर्गीय सुषमा स्वराज के अनथक प्रयासों से पाकिस्तान से आई मूक बधिर देश की बेटी गीता को महाराष्ट्र में अपना परिवार मिल गया है। कई सालों से इंदौर में रहकर गीता के माता पिता को तलाशने की कवायद इंदौर के ही एक संस्था के संस्थापक ज्ञानेंद्र पुरोहित और उनकी पत्नी लगातार कर रहे हैं। जिनकों आखिरकार सफलता मिली और गीता को रविवार सुबह अस्थायी रूप से परभणी भेजा गया है। गीता वहां एक संस्थान में आत्मनिर्भर बनने का प्रशिक्षण लेगी। महाराष्ट्र के परभणी के वाघमारे परिवार ने उसे अपनी बेटी होने का दावा किया है। मां और बहन ने गीता को बचपन के निशान से पहचाना है। परिवार ने गीता के गुम हो जाने के जो तथ्य बताए हैं, वे काफी मिलते जुलते हैं, इसलिए जल्द ही परिवार और गीता का डीएनए मिलाया जाएगा। फिलहाल उसे वहीं आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश की जाएगी। इसमें परभणी के पहल फाउंडेशन ने उसकी मदद करने की सहमति जताई है

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पाकिस्तान से भारत आई मूक बधिर गीता इंदौर से अपने परिवार से मिलने और मूल स्थान वाले प्रदेश परभणी (महाराष्ट्र) में प्रशिक्षण/रोजगार प्राप्त करने यूनिवर्सल सॉलिडेरिटी मूवमेंट महालक्ष्मी नगर इंदौर से प्रात: 8 बजे टैम्पो ट्रैवलर बस से रवाना हुई। ये वर्तमान में रोटरी क्लब ऑफ़ इंदौर आदर्श के सदस्य ज्ञानेंद्र और मोनिका पुरोहित की संस्था आनंद सर्विस सोसायटी में रहते हैं। इस संस्था के द्वारा रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3040, जिला प्रशासन सामाजिक न्याय विभाग इंदौर और इंदौर पुलिस के अथक प्रयासों से गीता के मूल स्थान का पता ढूंढ निकाला है I गीता के साथ रोटेरियन ज्ञानेंद्र पुरोहित, महिला स्टाफ और पुलिस स्टाफ परभणी छोड़ने जा रहे है I गीता को शुभकामनाओं के साथ रवाना करने के लिए रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3040 के मंडलाध्यक्ष रोटरियन गजेन्द्र सिंह नारंग, असिस्टेंट गवर्नर राजेंद्र जैन,वरिष्ठ रोटरियन वर्गीश अलंगार्डन,सचिव हातिम अनंत हरी झंडी दिखाईI

रोटरियन मोनिका ज्ञानेंद्र पुरोहित ने बताया की गीता को 20 जुलाई 2020 को जिला प्रशासन इंदौर ने पुनर्वासित करने की दृष्टी से सौंपा था I गीता को आनंद सर्विस सोसायटी मूक बधिर दिव्यांग संस्था में अंडर ऑब्जरवेशन में रखकर इसके खाने पीने और अन्य बातों पर ध्यान दिया गया तो यह बात ज्ञात हुई की ये महाराष्ट्र और तेलंगाना के आसपास की हो सकती है I रोटरियन ज्ञानेंद्र पुरोहित गीता को लेकर महिला स्टाफ के साथ पिछले 2 माह से महाराष्ट्र और तेलंगाना लेकर इसके परिवार को ढूंढने का प्रयास कर रहे थे।

गीता को लेकर अमिताभ बच्चन से भी ज्ञानेंद्र मोनिका पुरोहित ने KBC के मंच से परिवार को आगे आने के लिए अपील करवाई थी I इस कारण से कई लोग महाराष्ट्र और तेलंगाना से सामने आगे आये I कई परिवारों से गीता की बात करवाने के बाद परभणी जिले के जिन्तुर के एक परिवार का पता चला है I गीता को उनसे मिलवा दिया गया है I  इस परिवार से डीएनए व अन्य औपचारिकतायें करवाने के लिए व गीता को आत्म निर्भर बनाने के लिए गीता की कैम्पिंग कुछ समय में कराई जाएगी और यदि गीता इस क्षेत्र में रहने की इच्छा जताती है तो यही पर इसे रखा जा सकता हैI गीता के इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए परभणी की मूक बधिर संस्था पहल फाउंडेशन ने इस कार्य हेतु सहमति दी है।

मोनिका ज्ञानेंद्र पुरोहित ने बताया की CBR विधि से गीता को पुनर्वासित करने का प्रयास किया जा रहा है इसके लिए टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ़ सोशल साइंस मुंबई की दिव्यांग समाज कार्य विभाग की प्रमुख डॉ वैशाली कोल्हे की भी मदद ली जा रही है I गीता को विदा करने के दौरान रोटरी क्लब ऑफ़ इंदौर आदर्श के उपाध्यक्ष रोटेरियन शैलेन्द्र शर्मा,रोटेरियन सुचिता शर्मा,रोटेरियन डॉ ललिता शर्मा, रोटेरियन ब्लाइसु वर्गीश,रोटेरियन रॉय थॉमस,रोटेरियन नीतू जोशी और अन्य रोटरी क्लब के सदस्य उपस्थित रहें।

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खबर सत्ता डेस्क, कार्यालय संवाददाता
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