भारत के वीर सपूत और आजादी के लिए अपना सर्वस्व बलिदान देने वाले चंद्रशेखर आजाद को आज पूरा देश याद कर रहा है। दरअसल 23 जुलाई शनिवार को चंद्रशेखर आजाद का जन्मदिन मनाया जा रहा है।
इस मौके पर कई जगह उनकी मूर्ति और तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया जा रहा है। चंद्रशेखर आजाद ने अपने देश की आजादी के लिए अपना बलिदान दे दिया था। आज देश उनके इस बलिदान को याद कर रहा है।
जानिए मध्यप्रदेश की किस जगह जन्में आजाद
चंद्रशेखर आजाद का जन्म 23 जुलाई 1996 को अलीराजपुर रियासत के भाबरा गांव में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ। उनके पिता का नाम सीताराम तिवारी और मां जगरानी देवी थी। चंद्रशेखर आजाद ने अंग्रेजों से लोहा लिया 15 वर्ष की उम्र में 1921 में सहयोग आंदोलन में शामिल हुए।
उन्होंने पारसी जिला मजिस्ट्रेट न्यायमूर्ति एमपी खरेघाट को अपना नाम आजाद अपने पिता का नाम आजादी और अपने निवास स्थान को हवालात बताया था। चंद्रशेखर आजाद को आज पूरा देश याद कर रहा है उनके जन्मदिन पर कई जगह कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
जानिए कब शहीद हुए थे चंद्रशेखर आजाद
चंद्रशेखर आजाद 1925 की काकोरी ट्रेन डकैती लाहौर में जानती टोर्च की शूटिंग और भारत के वायसराय की ट्रेन को उड़ाने के प्रयास में शामिल हुए थे। 27 फरवरी 1931 को इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क में उन्होंने खुद को गोली मार ली थी ।
चंद्रशेखर आजाद ने अपने देश को आजादी दिलाने के लिए अंग्रेजों से लोहा लिया था, लेकिन आजादी की इस लड़ाई में उन्होंने अपना सब कुछ देश पर कुर्बान किया था। आज देश उन्हें याद कर रहा है।
चंद्रशेखर आजाद मध्य प्रदेश के रहने वाले थे ।अलीराजपुर जिले के भाबरा गांव में उनका जन्म हुआ था। उनकी जयंती को मध्य प्रदेश समेत पूरे देश भर में मनाई जा रही है। उन्होंने अंग्रेजों से लोहा लेते हुए खुद को गोली मार ली थी।
चंद्रशेखर आजाद का यह कहना था वहां कभी भी अंग्रेजों के हाथ नहीं आएंगे ।ऐसे में खुद को अंग्रेजों के समक्ष घिरता हुआ देख गोली मार ली थी, लेकिन आज शहीद चंद्रशेखर आजाद की जयंती पर उन्हें याद किया जा रहा है।