दमोह (मध्य प्रदेश): गुरुवार को दमोह जिला अस्पताल के प्रसूति वार्ड से एक महिला ने कथित तौर पर 4 दिन की बच्ची को चुरा लिया। पुलिस ने सैकड़ों सीसीटीवी क्लिप को ट्रैक करने के बाद आरोपी को पकड़ लिया और बच्ची को उसकी मां को सौंप दिया।
आरोपी की पहचान लक्ष्मी सेन के रूप में हुई है। उसने बच्चा चुराने की बात कबूल की है, क्योंकि उसका दो बार गर्भपात हो चुका था और वह बच्चा चाहती थी।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, उमराव गांव की रहने वाली वर्षा आदिवासी ने 26 अगस्त को पथरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक बच्ची को जन्म दिया था। बच्ची की तबीयत खराब होने पर उसे 28 अगस्त को दमोह जिला अस्पताल रेफर किया गया था। उसी दिन मां और बेटी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
दोपहर करीब तीन बजे लक्ष्मी वर्षा के पास आई और बच्चे के बारे में बात करने लगी। वर्षा जब सो गई तो वह बच्चे को लेकर भाग गई। जब वर्षा जागी तो उसने देखा कि बच्चा उसके पास नहीं है।
डर के मारे वह जोर-जोर से चिल्लाने लगी और बच्चे को ढूंढने लगी। अस्पताल के कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना दी और पुलिस मौके पर पहुंची। पूछने पर वर्षा ने पुलिस को बताया कि उसे एक महिला पर शक था, जिसने काली साड़ी पहनी हुई थी।
पुलिस ने बच्चे को उसकी मां से मिलवाया
पुलिस ने लगभग 150 कैमरों की मदद से उस महिला का पता लगाया जो बच्चा चुराकर ले गई थी। पुलिस ने 8 घंटे तक उसे ट्रैक करने के बाद आरोपी को ढूंढ निकाला और लक्ष्मी को अस्पताल ले गई जहां उसने दावा किया कि बच्चा उसका है।
जांच के बाद यह साबित हो गया कि वर्षा ही बच्चे की मां है और बच्चे को उसके साथ मिला दिया गया।
बताया गया कि आरोपी लक्ष्मी का दो बार गर्भपात हो चुका है। चार महीने पहले ही उसके पति की मौत हो गई थी।