भोपाल: मध्य प्रदेश के सिंगरौली, पन्ना, कटनी और अनूपपुर में रविवार को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, मालवा-निमाड़ क्षेत्र खासकर इंदौर-उज्जैन संभाग में मौसम साफ रहेगा, जबकि ग्वालियर और जबलपुर में गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। भोपाल में सुबह से ही धूप खिली हुई है।
मौसम विभाग ने बताया है कि 19 अगस्त से पूरे प्रदेश में एक नया सिस्टम सक्रिय हो जाएगा। मानसून की द्रोणिका सीधे मध्य प्रदेश के शिवपुरी से होकर गुजर रही है और बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो गई है। हालांकि, इसका असर सोमवार से प्रदेश में दिखने की उम्मीद है।
बांध अपनी अधिकतम क्षमता तक पहुंच गए
प्रदेश में भारी बारिश थमने के बावजूद बांधों और तालाबों में जलस्तर पूरी क्षमता पर बना हुआ है। नदियों और नालों के जरिए पानी बांधों में जमा हो रहा है।
ऐसे बांधों की सूची में कोलार, बाणसागर, कुंडलिया, बरगी, इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, कलियासोत, भदभदा, केरवा और अन्य बांध भी शामिल हैं।
मानसून के प्रदेश में आने के साथ ही मंडला और सिवनी प्रदेश के ऐसे जिले हैं जहां अब तक सबसे ज्यादा पानी गिरा है।
मंडला में 42 इंच और सिवनी में 41 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है, जबकि भोपाल में 33 इंच पानी बरस चुका है, जो इस सीजन का 90% है। प्रदेश के 20 जिलों में 30 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। हालांकि, श्योपुर और नर्मदापुरम जिले बारिश के मामले में सबसे आगे हैं।
शनिवार को नर्मदापुरम जिले के पंचमढ़ी, ग्वालियर और बैतूल में भारी बारिश हुई। ग्वालियर में 36 मिमी, पचमढ़ी में 1 इंच और बैतूल में आधा इंच से ज्यादा बारिश हुई। छिंदवाड़ा और सतना में हल्की बारिश दर्ज की गई।