अनूपपुर । उत्तर भारत के पहाड़ों में जमी बर्फ की वजह से अनूपपुर जिले में भारी ठंड पड़ रही है। चार दिनों से लगातार शीत लहर का प्रकोप बना हुआ है जिससे लोग रात की तरह दिन में भी ठंड से प्रभावित है।
शनिवार सुबह अमरकंटक का न्यूनतम तापमान 1.2 डिग्री पर रहा। अनूपपुर में भी पारा लुढ़ककर 3 डिग्री पर है।
3 दिनों में दूसरी बार अनूपपुर जिले के मैकल पर्वत पर बसे अमरकंटक नर्मदा उद्गम स्थल क्षेत्र में पारा नीचे जाने से यहां सुबह मैदानी क्षेत्र में बर्फ जैसी सफेद चादर की ओस जमी रही और ठहरा हुआ पानी जमकर बर्फ की शक्ल ले लिया था।
अमरकंटक के नर्मदा तट रामघाट के मैदानी इलाके एवं उद्यान विभाग की नर्सरी में सुबह 7 बजे तक बर्फ की तरह ओस घास पर जमी हुई थी।
सुबह यहां प्रतिदिन टहलने निकले साधु संतों ने तीसरी बार यह नजारा देखा। यहां शीत लहर सुबह न चलने से लगातार तापमान में गिरावट बनी हुई है।
कई वर्षों बाद जनवरी माह के अंतिम सप्ताह में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। शनिवार को अमरकंटक सहित समूचे अनूपपुर जिले में सुबह गलन भरी ठंड बनी हुई है।
हालांकि सुबह 8 बजे धूप निकल जाने से लोग घरों के बाहर निकले और गुनगुनी धूप में घंटों ठंड से राहत पाने का प्रयास करते नजर आए। ठंड का यही आलम पुष्पराजगढ़ पहाड़ी अंचल में भी है यहां हाड़कंपाने वाली ठंड के सितम से लोग प्रभावित है।
यहां के ग्रामीण इलाकों में सुबह घास और पैरा में खर्रा जमा नजर आया। भारी ठंड के चलते यहां के किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है तुअर की फसल गांव के कारण सूख गई है।
सुबह प्रतिदिन टहलने निकले संत श्रीरामभूषण महाराज जी ने बताया कि अमरकंटक में यह नजारा तीसरी बार देखा गया हैं। शीत लहर सुबह न चलने से लगातार तापमान में गिरावट बनी हुई है। कई वर्षों बाद जनवरी माह के अंतिम सप्ताह में कड़ाके की ठंड पड़ रही।