भोपाल , मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamalnath) ने शिवराज सरकार (MP Government) पर शिक्षक भर्ती (Shikshak Bharti 2020) रोकने का आरोप लगाया है। वहीँ पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamalnath) ने इस संबंध में भर्ती प्रक्रिया शुरू कराने की मांग करते हुए सीएम शिवराजसिंह चौहान (Cm Shivraj Singh Chouhan) को एक पत्र भी लिखा है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जल्द शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग पत्र में की है। पूर्व सीएम कमलनाथ ने पत्र में कहा कि इन पदों पर भर्ती प्रक्रियाएं कांग्रेस सरकार ने पूरी कर ली थीं। वहीँ उन्होंने यह भी बताया की सिर्फ अंतिम चरण की दस्तावेज सत्यापन कार्य बचा था। जो की भाजपा सरकार आने के बाद से रुकी हुई है। कमलनाथ ने कहा की कोरोना के कारन लागू हुए लॉकडाउन के चलते इस प्रक्रिया को रोक दिया गया था। लेकिन अब अनलॉक हुए काफी समय बीत चुका है। इसलिए अब दोबारा प्रक्रिया को शुरू किया जाना चाहिए।
क्योकि इसे चयनित अभ्यर्थियों को परेशानी हो रही है और शिक्षा व्यवस्था पर भी गलत असर पड़ रहा है। इस प्रक्रिया को जल्द शुरू किया जाना चाहिए ताकि शिक्षण कार्य सुचारु रूप से हो सके।
पूर्व सीएम कमलनाथ का सीएम शिवराज को लिखा पत्र
श्री शिवराज सिंह चौहान जी,
प्रदेश में 2011 के बाद शिक्षकों की भर्ती नहीं हुई है । प्रदेश में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिये और शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिये कांग्रेस सरकार ने शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया की थी जिसमे उन्नीस हजार से अधिक उच्चतर माध्यमिक एवं ग्यारह हजार से अधिक माध्यमिक शिक्षकों की नियुक्ति होना थी । भर्ती प्रक्रिया के अंतिम चरण में केवल दस्तावेजों के सत्यापन का कार्य होना शेष था ।
इस दौरान प्रदेश में आपकी सरकार बनी और शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया लंबित हो गई । बड़े खेद का विषय है कि आपकी सरकार आने के बाद से चयनित अभ्यर्थी शिक्षक पद पर नियुक्ति के लिये बाट जोह रहे हैं । इनकी नियुक्ति न करने के लिये कभी कोरोना को तो कभी परिवहन व्यवस्था उपलब्ध न होने को आधार बनाया गया है परन्तु अनलॉक प्रक्रिया प्रारंभ हुए काफी समय बीत जाने के बाद भी भर्ती की शेष कार्यवाही प्रारंभ नहीं की जा रही है । कांग्रेस सरकार इन अभ्यर्थियों की नियुक्ति हेतु कटिबद्ध थी किन्तु सत्ता परिवर्तन के कारण अभी तक ये अभ्यर्थी अधर में है और प्रदेश के छात्रों का भविष्य अंधकामय हो रहा है । ये अभ्यर्थी आपकी सरकार द्वारा शिक्षक पद पर नियुक्ति न देने के कारण आक्रोशित हैं।
अतः आपसे आग्रह है कि चयनित अभ्यर्थियों को शिक्षक पद पर नियुक्ति देने की प्रक्रिया प्रारंभ करने हेतु शासनस्तर से आदेश प्रसारित करने का कष्ट करें ताकि प्रदेश में शिक्षण कार्य सुव्यवस्थित रूप से किया जा सके ।
शुभकामनाओं सहित,