भोपाल। भारतीय एथलेटिक्स टीम के सदस्य शरद कुमार गुरुवार को भोपाल से टोक्यो पैरालिंपिक के लिए रवाना हुए। रवाना होने से पूर्व शरद कुमार ने राजधानी भोपाल में की गई ट्रेनिंग के दौरान खेल विभाग से मिले सहयोग और उनके लिए की गई व्यवस्थाओं की प्रशंसा करते हुए खेल विभाग का आभार व्यक्त किया।
खेल और युवा कल्याण संचालक पवन जैन सहित अन्य अधिकारियों, खेल प्रशिक्षकों और खिलाड़ियों ने शरद कुमार को पैरालिंपिक में पदक जीतने और देश का गौरव बढ़ाने के लिए अपनी शुभकामनाएं दी।
इस मौके पर खेल संचालक पवन जैन ने शरद कुमार और उनके यूक्रेनियन कोच निकितिन को पुष्पगुच्छ भेंटकर उनका स्वागत किया। खेल संचालक जैन ने कहा कि टोक्यो ओलंपिक में जिस तरह प्रदर्शन कर हमारे खिलाड़ियों ने भारत का तिरंगा फहराया है, उसी तरह पैरालिंपिक में भी हमारे खिलाड़ी भारत का परचम फहराएंगे। उन्होंने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि खिलाड़ी गीत हैं, गालिब की ग़ज़ल हैं, गंगा है। सुनाते जो हमें जन-गण-मन की धुन, खिलाड़ी वह तिरंगा है।
मैं लकी हूं जो यहां ट्रेनिंग का अवसर मिला
खेल संचालक पवन जैन ने शरद कुमार को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप पैरालिंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर आएं और देश का नाम रोशन करें। उन्होंने शरद कुमार से पूछा कि आप ट्रेनिंग के लिए पिछले एक महीने यहां रहे, आपने क्या महसूस किया और मध्य प्रदेश में कैसी खेल सुविधाएं हैं? शरद कुमार ने बताया कि मैं दिल्ली में अभ्यास कर रहा था। लेकिन भोपाल के मौसम और यहां की बेहतर खेल सुविधाओं के बारे में कई खिलाडियों से सुन रखा था और यहां इतनी अच्छी खेल सुविधाएं देखकर मुझे और यूक्रेनियन कोच को काफी आश्चर्य हुआ।
टीटी नगर स्टेडियम का नया ट्रैक वर्ल्ड के बेस्ट ट्रैक में शुमार है। यहां का जिम्नेशियम और थेरेपी रूम में उच्च स्तरीय सुविधाएं हैं। यहां जिस प्रकार एटलीट को डाइट सर्व की जाती है, वैसी इंडिया में कहीं नहीं की जाती है। यहां का टेंप्रेचर भी टोक्यो से मिलता जुलता है। यहां मुझे खेल संचालक सहित समूचे स्टॉफ का सहयोग मिला। मैं लकी हूं कि मुझे ऐसी जगह ट्रेनिंग करने का अवसर मिला।
खेल मंत्री के प्रयासों की सराहना
मध्यप्रदेश में खेलों के विकास और खिलाड़ियों को मिल रही उच्च स्तरीय खेल सुविधाओं को देखकर शरद कुमार काफी प्रभावित हुए। उन्होंने प्रदेश के खिलाड़ियों को उपलब्ध कराई जा रही वर्ल्ड क्लास स्पोर्ट्स फेसिलिटी के लिए प्रदेश की खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के प्रयासों की सराहना की और ट्रेनिंग की अनुमति देने के लिए कृतज्ञता प्रकट की।
रिकार्ड बना चुके हैं शरद
पैरा खिलाड़ी शरद कुमार पिछले एक महीने से टी.टी. नगर स्टेडियम में यूक्रेनियन कोच निकितिन के साथ ट्रेनिंग में लॉन्ग जंप की बारीकियां सीख रहे थे। शरद कुमार बिहार के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि जब वह दो साल के थे उसी समय वह बाएं पैर से पोलिया के शिकार हो गए थे। तीन साल की उम्र में ही उनका नामांकन दार्जिलिंग के सेंट पॉल आवासीय स्कूल में करा दिया गया।
शरद कुमार ने पुरुषों की ऊंची कूद स्पर्धा में 2018 एशियाई पैरा खेलों में दो नए रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता था। इसी तरह विश्व चैंपियनशिप में शरद कुमार ने ऊंची कूद में 1.90 मीटर की कूद के साथ रिकार्ड बनाया था। वर्ष 2016 के रियो पैरालंपिक में शरद कुमार छटवें स्थान पर रहे। एशियन पैरा गेम्स (2014, 18) में दो स्वर्ण, आइपीसी वर्ल्ड चैंपियनशिप (2017) में उन्होंने देश को रजत पदक दिलाया।