भोपाल । मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल गया है। प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बादल छाए हुए हैं और बारिश हो रही है। मंगलवार सुबह 7 बजे से राजधानी भोपाल समेत, राजगढ़, सीहोर, रायसेन, विदिशा, अशोकनगर, छतरपुर और सागर में रुक-रुककर बारिश हो रही है।
सर्द हवाओं के साथ रिमझिम बौछार का यह दौर करीब आधा घंटे चला।
मौसम विभाग के अनुसार बादल छाने के कारण दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। मंगलवार को अधिकतम तापमान में कुछ और गिरावट हो सकती है।
अलग-अलग स्थानों पर चार वेदर सिस्टम बने हुए है। इस वजह से हवा के साथ लगातार आ रही नमी के कारण बादल छा गए हैं। मंगलवार एवं बुधवार को प्रदेश के अधिकतर जिलों में गजज-चमक के साथ तेज बौछारें पड़ने की संभावना है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक उदय सरवटे ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ हरियाणा में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उसके आसपास ट्रफ के रूप में सक्रिय है।
पूर्वी राजस्थान से लेकर पश्चिमी मध्यप्रदेश से होकर विदर्भ तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है। इसके अतिरिक्त दक्षिण-पश्चिमी बिहार पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इन चार वेदर सिस्टम के सक्रिय रहने के कारण मप्र में बादल छाने लगे हैं।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मंगलवार-बुधवार के प्रदेश के अधिकतर जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पडऩे की संभावना है। इस दौरान जबलपुर, शहडोल, रीवा संभागों के जिलों में कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं। इस दौरान दिन के तापमान में कुछ गिरावट होगी, जबकि रात का तापमान कुछ बढ़ेगा।
इन जिलों में गिर सकते है ओले
ग्वालियर-चंबल संभाग और नीमच, मंदसौर, आगर, शाजापुर, राजगढ़, विदिशा में हल्की बारिश हो सकती है। भोपाल, सागर, होशंगाबाद, जबलपुर, रीवा और शहडोल में 28 दिसंबर से 29 दिसंबर तक हल्की बारिश के साथ कहीं-कहीं छोटे ओले गिर सकते हैं।