मुरैना / मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुरैना जिले में शराब सेवन के फलस्वरूप हुई मौतों के मामले में आज सुबह निवास पर उच्च-स्तरीय बैठक बुलाई। बैठक में गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, वाणिज्यिक कर एवं वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री मनीष रस्तोगी, प्रमुख सचिव वाणिज्यिक कर श्रीमती दीपाली रस्तोगी मौजूद थे।
हटाए जाएं मुरैना कलेक्टर और एसपी, अन्य जिले रहें सजग
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मुरैना की घटना अमानवीय और तकलीफ पहुँचाने वाली है। प्रदेश में मिलावट के विरुद्ध अभियान संचालित है, फिर भी यह दु:खद घटना हुई। मुख्यमंत्री चौहान ने इस मामले में मुरैना के कलेक्टर और एस.पी. को हटाने के निर्देश दिए। साथ ही संबंधित क्षेत्र के एसडीओपी को निलंबित करने के निर्देश दिए गए हैं। आबकारी अधिकारी को पूर्व में ही निलम्बित किया जा चुका है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपी जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो। अन्य जिले भी सजग रहें। ऐसे मामलों में कलेक्टर, एस.पी. जिम्मेदार माने जाएंगे। दोषी अधिकारियों के विरुद्ध एक्शन भी लिया जाएगा।
जारी रहे अभियान
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ऐसी घटना पर मैं मूकदर्शक नहीं रह सकता। ड्रग माफिया के विरुद्ध सख्त अभियान जारी रहे। पूरे प्रदेश में अवैध शराब के खिलाफ अभियान चले। अवैध शराब बिक्री पर पूरा नियंत्रण हो। ऐसा व्यापार करने वालों को ध्वस्त किया जाए।
घटना की ली पूरी जानकारी, डिस्टलरी की जाँच के निर्देश
मुख्यमंत्री चौहान ने पुलिस महानिदेशक से घटना की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। मुरैना जिले में हुई घटना में उपयोग में लाई गई मिलावटी शराब के निर्माण केन्द्र और दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध कार्यवाही के साथ ही संबंधित डिस्टलरी की जाँच के निर्देश भी दिए गए। मुख्यमंत्री ने आबकारी और पुलिस अमले की पद-स्थापना में निश्चित समयावधि के बाद परिवर्तन के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि डिस्टलरी के लिए पदस्थ आबकारी अमले और ओआईसी को ओवर टाइम दिए जाने की व्यवस्था में भी परिवर्तन किया जाए।
क्या था मामला
मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में जहरीली शराब पीने से अब तक 20 लोग दम तोड़ चुके हैं। अभी भी कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। इसके बाद मुरैना से लेकर भोपाल तक हड़कंप मचा हुआ है। इसे लेकर बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों की बैठक बुलाई जिसमें सीएम ने बड़ा एक्शन लेते हुए एसपी अनुराग सुजानिया व कलेक्टर अनुराग वर्मा को हटाने का निर्देश दिया। वहीं जौरा एसडीओपी सुरजीत सिंह भदौरिया को निलंबित कर दिया है।
आपको बता दें कि मुरैना जिले के बागचीनी थाना क्षेत्र के मानपुर और सुमावली थाना क्षेत्र के पहावली और मानपुर के 20 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई। वही आधा दर्जन से ज्यादा लोगों की हालत अभी भी नाजुरक बनी हुई है। एक साथ गांवों में इतने लोगों की मौत से हड़कंप मचा हुआ है। छैरा-मानपुर में जहरीली शराब का खुलासा तब हुआ, जब रविवार रात को 52 साल के एक व्यक्ति की मौत हो गई। हालांकि परिजनों ने हार्टअटैक समझकर उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया, लेकिन सोमवार की सुबह जब एक-एक कर गांव के 28 से अधिक लोगों को उल्टियां शुरू हुईं तो मामला समझ में आया। इसके बाद गांव में हड़कंप मच गया। गांववाले मरीजों को जिला अस्पताल ले गए। जहां इलाज के दौरान एक के बाद एक कई लोगों ने दम तोड़ दिया। अब तक दोनों गावों में मरने वालों की संख्या 20 हो गई है।
एक के बाद 20 लोगों की मौत ने मुरैना जिले को हिला कर रख दिया। जहरीली शराब पीने से किसी का सुहाग उजाड़ गया तो किसी के सिर से बाप का साया उठ गया। किसी बहन से उसका भाई छीन लिया। जहरीली शराब ने जिंदगियां क्या छीनी लोगों के दिल दहल गए और गुस्सा सातवां आसमान छूने लगा। देखकर यह गुस्सा प्रशासन के खिलाफ बागचीनी थाना इलाके के मानपुर गांव व सुमावली थाना इलाके पहावली गांव के लोगों ने मृतकों के शवों को सड़क पर रखकर विरोध प्रदर्शन किया।
वहीं पुलिस ने भी कार्रवाई करते हुए छैरा-मानपुरा में दुकान-गुमटियों से अवैध शराब बेचने वाले सात शराब तस्कर मुकेश किरार, मानपुरा के गिर्राज किरार, उसके बेटे राजू किरार, पप्पू शर्मा और उसके बेटे कल्ला शर्मा, रामवीर राठौर और उसके बेटे प्रदीप राठौड़ के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस मामले में 10 से ज्यादा लोगों को हिरासत में भी लिया गया है।