ग्वालियर (मध्य प्रदेश): मध्य प्रदेश के ग्वालियर में बुधवार को एक पति को अपनी पत्नी की हत्या करने और उसके शव को अपने होटल के पीछे एक खेत में दफनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। अपराध करने के बाद, आरोपी ने पुलिस को गुमराह करने के लिए पुलिस स्टेशन पहुंचकर अपनी पत्नी के ‘लापता’ होने की सूचना दी।
मृतका की पहचान 37 वर्षीय प्रगति यादव के रूप में हुई है। उसकी शादी 20 साल पहले मोनू यादव से हुई थी।
मोनू की गुमशुदगी की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दो सप्ताह तक प्रगति की तलाश की। जांच के दौरान पुलिस को सुराग मिले, जिससे पता चला कि मोनू ही अपराधी है। पुलिस ने उसे पकड़ लिया और पूछताछ के दौरान उसने अपना अपराध कबूल कर लिया।
आरोपी मोनू पुलिस को उस स्थान पर भी ले गया, जहां उसने अपनी पत्नी का शव दफनाया था।
पुलिस ने प्रगति का क्षत-विक्षत शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मोनू अब पुलिस की हिरासत में है और आगे की जांच जारी है।
प्रगति मूल रूप से मुरैना हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की रहने वाली हैं और उनकी शादी ज़ोराशी निवासी मोनू यादव से करीब 20 साल पहले हुई थी। उनके दो बच्चे हैं जो पढ़ाई के लिए बाहर रहते हैं।
प्रगति मूल रूप से मुरैना हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की रहने वाली हैं और उनकी शादी ज़ोराशी निवासी मोनू यादव से करीब 20 साल पहले हुई थी। उनके दो बच्चे हैं जो पढ़ाई के लिए बाहर रहते हैं।
‘लगातार विवादों’ ने उनके रिश्ते को कमजोर कर दिया
पिछले एक साल से प्रगति और मोनू के बीच अक्सर विवाद होता रहता था, जिसकी शिकायत प्रगति और उसके परिजनों ने कई बार बिलौआ पुलिस से की, लेकिन उनकी शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया गया।
प्रगति ने पुलिस को बार-बार बताया था कि उसके ससुराल वालों से उसकी जान को खतरा है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
प्रगति के परिवार का मानना है कि अगर पुलिस ने उनकी शिकायत सुनी होती तो वह अभी भी ज़िंदा होती। पुलिस अब हत्या के पीछे के कारणों की जांच कर रही है और यह भी पता लगा रही है कि क्या इसमें कोई और शामिल था।