मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। नाराज चल रहे कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। सिंधिया का अब भाजपा में शामिल होना लगभग तय माना जा रहा है। कांग्रेस के बागी विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया है। यहां पढ़ें हर अपडेट…
शिवराज ने कांग्रेस के बागी विधायक के साथ की प्रेस कांफ्रेंस
शिवराज सिंह चौहान ने प्रेस कांफ्रेंस की। इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के विधयकों में से एक बुसाहू लाल ने कांफ्रेंस में कहा कि मैंने कांग्रेस से और साथ ही राज्य विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। मैं भाजपा में शामिल हो गया हूं।
कमलनाथ सरकार के कामकाज से तंग आकर कांग्रेस के अधिकांश विधायक आने वाले दिनों में कांग्रेस से इस्तीफा दे देंगे। मुझे कांग्रेस द्वारा प्रताड़ित किया गया। उन्होंने कहा कि मैंने अपनी मर्जी से इस्तीफा दिया है। मैंने किसी के दबाव में इस्तीफा नहीं दिया।
माफियाओं पर कार्रवाई से डरी भाजपा: दिग्विजय
दिग्विजय सिंह ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने जिस तरह से मध्यप्रदेश के माफियाओं पर कार्रवाई की है, उससे भाजपा डर गई है। इसी कारण सरकार को अस्थिर करने की साजिश रची जा रही है। सिंधिया समर्थक विधायकों के बंगलूरू जाने पर उन्होंने कहा कि हमारे पास ये जानकारी और प्रमाण हैं कि जो तीन चार्टर्ड प्लेन बेंगलूरू गए थे, उसकी व्यवस्था भाजपा ने की थी। प्लेन में भाजपा के विधायक भी बैठे थे।
उन्होंने कहा, भाजपा हर काम में बंगलूरू का ही क्यों इस्तेमाल करती है, वहां की सरकार क्यों सुरक्षा में लगाई जाती है? यह जनादेश को पलटने का संकेत है। एमपी में माफिया पर कार्रवाई के कारण भाजपा के नेता घबराए हुए हैं। शिवराज सरकार ने 15 साल तक घोटाले किए, इसकी परतें खुल रही हैं। हनी ट्रैप की भी परतें खुलेंगी, इसलिए ये साजिश की जा रही है।
सिंधिया खानदान ने अंग्रेज हुकूमत की मदद की थी
मध्यप्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुभाष यादव के बेटे और पूर्व सांसद अरुण यादव ने कहा कि आने वाला वक़्त अपने स्वार्थों के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं के 15 वर्षों तक किए गए ईमानदारी पूर्ण जमीनी संघर्ष के बाद पाई सत्ता को अपने निजी स्वार्थों के लिए झोंक देने वाले जयचंदों-मीर जाफरों को कड़ा सबक सिखाएगा।
आज ज्योतिरादित्य ने उसी घिनौनी विचारधारा के साथ एक बार पुनः खड़े होकर अपने पूर्वजों को सलामी दी है। ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा अपनाए गए चरित्र को लेकर मुझे जरा भी अफसोस नहीं है। सिंधिया खानदान ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भी अंग्रेज हुकूमत और उनका साथ देने वाली विचारधारा की पंक्ति में खड़े होकर उनकी मदद की थी।
मुझे नहीं लगता मध्यप्रदेश में हमारी सरकार बच पाएगी
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सिंधिया जी कांग्रेस पार्टी में कई वरिष्ठ पदों पर रहे और उनका सम्मान किया, शायद मोदी जी द्वारा दिए गए मंत्रियों के प्रस्ताव के कारण उन्हें लालच आ गया। हम जानते हैं कि उनका परिवार दशकों से भाजपा से जुड़ा हुआ है, लेकिन फिर भी यह एक बड़ा नुकसान है।
अधीर रंजन चौधरी ने कहा, यह वास्तव में हमारी पार्टी के लिए एक नुकसान होगा और मुझे नहीं लगता कि मध्यप्रदेश में हमारी सरकार बच पाएगी। यह भाजपा की वर्तमान राजनीति है, हमेशा विपक्षी दलों को गिराने और अस्थिर करने की कोशिश करती है।