2023 के मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जूनून अपनी उच्च गति से चल रहा है, और आचार संहिता के प्रारूप को लागू करने के बाद, यह चुनावी प्रक्रिया के सुझाव को बढ़ावा मिल रहा है।
इस लेख में, हम देखेंगे कि कैसे आचार संहिता के प्रारूप के बाद एफएसटी और पुलिस की संयुक्त टीम क्रियाशील हो गई है और नागरिकों के लिए चुनावी प्रक्रिया में सख्त कदम उठाया गया है.
आचार संहिता का पूरा प्रभाव
आचार संहिता का प्रारूप लागू होते ही निर्वाचन प्रक्रिया पर उसका पूरा प्रभाव दिखाई देने लगा है. यह निष्कर्ष और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है.
एफएसटी टीम की क्रियाशीलता
उड़नदस्ता दल (एफएसटी) का सशक्त बनना निर्वाचन समय की सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है. इसने गुमराह करने वालों और बदमाशों के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं.
पुलिस टीम का सहयोग
पुलिस टीम ने अवैध शराब, मादक पदार्थ, और अमूल्य धातु के खिलाफ कार्रवाई में सहयोग किया है. इससे निर्वाचन प्रक्रिया में और भी सुरक्षिति हुई है.
अवैध शराब और महुआ लहान की बड़ी कार्रवाई
आबकारी विभाग ने अवैध शराब और महुआ लहान की बड़ी कार्रवाई की है, जिससे नागरिकों को जोखिम से बचाया जा रहा है.
नागरिकों के लिए सुरक्षा
इस कदम से, नागरिकों के लिए निर्वाचन प्रक्रिया में सुरक्षा बढ़ी है और चुनाव स्वच्छ और निष्पक्ष हो रहे हैं.
निर्वाचन प्रक्रिया की स्थिरता
यह नए कदम से निर्वाचन प्रक्रिया की स्थिरता को सुनिश्चित करता है, जिससे चुनावी प्रक्रिया के प्रति जन विश्वास मजबूत होत