भोपाल,शुभम शर्मा । मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में कोरोना संक्रमण पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है और अब यहां रोजाना मिलने वाले नये मामलों की संख्या 100 से नीचे पहुंच गई है, लेकिन चिंता की बात यह है कि यहां अब कोरोना के नये वैरिएंट डेल्टा प्लस (Delta Plus Variant) ने दस्तक दे दी है। मप्र में अब तक कोरोना के इस नए वैरिएंट के पांच मरीज मिल चुके हैं, जिनमें एक की मौत हो चुकी है।
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डा. प्रभुराम चौधरी ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत के दौरान इसकी जानकारी देते हुए कहा है कि राज्य में पांच लोग कोरोना के नए वैरिएंट डेल्टा प्लस से संक्रमित हैं। इन पांच लोगों में से चार को टीका लगाया जा चुका है और वे स्वस्थ हैं, जबकि एक की मौत हो गई।
मध्यप्रदेश में जिन पांच मरीजों में कोरोना का नया वैरिएंट पाया गया, उनमें चार शिवपुरी जिले हैं, जबकि भोपाल की एक 65 महिला इस वैरिएंट से संक्रमित पाई गई थी।
बता दें कि इससे पहले महाराष्ट्र में 21 लोग कोरोना के इस नये वैरिएंट से संक्रमित पाए गए थे। महाराष्ट्र के बाद अब मध्य प्रदेश में भी कोरोना डेल्टा प्लस से संक्रमित मरीज मिले हैं। इसके बाद स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड में आ गया है।
मप्र में कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट की दस्तक, अब तक मिले पांच मरीज, एक की मौत
इधर, विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि डेढ़ से दो महीने में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। इससे पहले कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट ने राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। स्वास्थ्य विभाग इस नये वैरिएंट से संक्रमित लोगों की ट्रेवल हिस्ट्री की जानकारी निकालने में जुटा है।
शिवपुरी के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डा. एएल शर्मा ने बताया कि जिले के जिन चार लोगों में कोरोना का नया वैरिएंट मिला है, उनकी ट्रेवल हिस्ट्री इंदौर और दिल्ली की रही है। संभवत वहीं से ये लोग इस वैरिएंट से संक्रमित हुए होंगे। उन्होंने बताया कि ये वैरिएंट इसलिए घातक है क्योंकि ये तीन दिन में ही गले से फेफड़ों तक पहुंच जाता है। जबकि सामान्य वायरस को गले से फेफड़ों तक पहुंचने में सात दिन का समय लगता है।