भोपाल। MP के 52 जिलों में से सिर्फ 08 जिले ही ऐसे है जहाँ पर श्मशान घाटों में लाशों के ढेर नजर नहीं आते इनकी जगह जिंदगी की उम्मीद लहराती दिखाई देती है, इन जिलों के लोग यह विश्वास कर सकते हैं कि यदि वह कोरोनावायरस से संक्रमित हुए तो उन्हें अस्पताल में बिस्तर, ऑक्सीजन और इंजेक्शन सब कुछ आसानी से मिल जाएगा।
इन जिलों को छोडिये प्रदेश में ही 29 ऐसे जिले हैं जहां लाशों की होली सी जलती नजर आती है, अंतिम संस्कार भी पुराणों में वर्णित विधिपूर्वक नहीं हो पा रहे हैं।
MP के ऐसे 31 जिले जिनकी स्थिति खतरनाक
होशंगाबाद, शिवपुरी, कटनी, शहडोल, बालाघाट, सीहोर, झाबुआ, रायसेन, मुरैना, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, सागर, खरगोन, रतलाम, रीवा, बैतूल, विदिशा, धार, सतना, नरसिंहपुर, राजगढ़, नीमच, सिंगरौली, सीधी, दमोह, टीकमगढ़, दतिया और पन्ना ऐसे जिले हैं जहां कोरोनावायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या 1000 से भी अधिक चल रही है।
इन 31 जिलों में सबसे ज्यादा खतरनाक स्थिति में इंदौर, भोपाल , ग्वालियर और जबलपुर है यदि आंकड़ो की बात करें तो इंदौर में 12000, भोपाल 12000, ग्वालियर 9000 और जबलपुर 5000 से अधिक के साथ सबसे खतरनाक स्थिति में है।
MP के ऐसे 8 जिले जहां स्थिति नियंत्रण में है
मध्य प्रदेश के ये 08 ऐसे जिले है जहाँ स्थिति नियंत्रण में है श्योपुर, भिंड, बुरहानपुर,छिंदवाड़ा, देवास, खंडवा, हरदा, और आगर मालवा मध्यप्रदेश के ऐसे जिले हैं जहां एक्टिव केस की संख्या 500 से कम है। इनमें से सिर्फ बुरहानपुर ऐसा जिला है जहां एक्टिव केस की संख्या 200 से भी कम है।