मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शनिवार 27 जुलाई को नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन सांस्कृतिक केंद्र में आयोजित नीति आयोग की शासी परिषद की 9वीं बैठक में शामिल हुए। इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने की। बैठक में म.प्र. की मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा सहित राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री और उप राज्यपाल, पदेन एवं आमंत्रित सदस्य, केंद्रीय मंत्री, नीति आयोग के उपाध्यक्ष और सदस्य उपस्थित थे।
विकसित भारत@2047 की थीम
शासी परिषद की इस वर्ष की बैठक की थीम ‘विकसित भारत@2047’ थी, जिसमें वर्ष 2047 तक ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य को प्राप्त करने में राज्यों की भूमिका और योगदान पर विस्तृत चर्चा हुई। इस थीम के तहत भारत को वर्ष 2047 तक 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के बीच ‘टीम इंडिया’ के रूप में सहयोगात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा दिया जाने की रूपरेखा तैयार करने पर भी विस्तृत चर्चा हुई।
राज्यों की भूमिका और योगदान
बैठक में राज्यों की भूमिका और योगदान पर जोर दिया गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने म.प्र. की ओर से अपने विचार प्रस्तुत करते हुए राज्य की प्रगति और विकास में योगदान के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि म.प्र. सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और बुनियादी ढांचे के क्षेत्रों में निरंतर सुधार के प्रयास कर रही है।
मुख्य विषयों पर चर्चा
बैठक में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई। इनमें आर्थिक विकास, कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, और डिजिटल इंडिया शामिल थे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से उनके विचार और सुझाव मांगे ताकि सामूहिक दृष्टिकोण से नीति निर्माण में सुधार हो सके।
कृषि और किसानों की स्थिति
कृषि क्षेत्र में सुधार और किसानों की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं पर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने म.प्र. में कृषि सुधारों के तहत किए गए प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे राज्य में नई तकनीकों और कृषि योजनाओं को अपनाकर किसानों की आय में वृद्धि की जा रही है।
स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में सुधार
स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए भी विशेष रूप से जोर दिया गया। मुख्यमंत्री ने राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता और गुणवत्ता में सुधार के लिए किए गए कार्यों का उल्लेख किया। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता सुधार के लिए नवाचारों को अपना रही है।
डिजिटल इंडिया और तकनीकी विकास
डिजिटल इंडिया की दिशा में किए गए प्रयासों पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि म.प्र. में डिजिटल सेवाओं का विस्तार और तकनीकी विकास के माध्यम से नागरिकों को अधिकतम लाभ प्रदान किया जा रहा है।
निष्कर्ष और भविष्य की दिशा
बैठक के अंत में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सभी मुख्यमंत्रियों के विचारों की सराहना की और कहा कि ‘विकसित भारत@2047’ के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी राज्यों को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने ‘टीम इंडिया’ की भावना को मजबूत करने पर जोर दिया और कहा कि सभी को सामूहिक प्रयासों से देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाना होगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी प्रधानमंत्री के विचारों का समर्थन किया और कहा कि म.प्र. राज्य पूरी प्रतिबद्धता के साथ ‘विकसित भारत@2047’ के लक्ष्य को प्राप्त करने में योगदान देगा।