भोपाल । माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE), मध्य प्रदेश द्वारा आयोजित होने वाली कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं अब आयोजित नहीं होंगी, 10वीं कक्षा के सभी छात्र-छात्राओं को 11वीं कक्षा में बिना परीक्षा लिए ही प्रवेश दिया जाएगा।
आज दिनांक 26 अप्रैल से पहले तक इस प्रक्रिया को जनरल प्रमोशन कहते थे पर इस बार इसे कोई नया नाम दिया जाएगा क्योंकि इस बार विद्यार्थियों को आंतरिक मूल्यांकन के आधार और नाम पर पास किया जायेगा।
मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का बयान सामने आया है परमार ने मीडिया के सामने वही लाइन दोहराई है, जो मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से कही थी। ( परीक्षाएं करवाकर बच्चों की जान खतरे में नहीं डाल सकते।)
MP BOARD 12वीं परीक्षा का फैसला सुरक्षित
12वीं कक्षा हायर सेकेंडरी के बाद कॉलेज एडमिशन एवं कैरियर के सभी विकल्प पूरी तरह खुल जाते है इसलिए परीक्षा का आयोजन होना तो अति आवश्यक और अनिवार्य है, हालाँकि अब तक शिक्षा विभाग के सूत्रों के अनुसार आज की मीटिंग में इस बात का फैसला हुआ कि परीक्षा ऑफलाइन होगी अथवा ऑनलाइन लेकिन फिलहाल मध्य प्रदेश की परिस्थितियां बता रही है कि सरकार फिलहाल कोई फैसला नहीं ले सकती।
नए शिक्षा सत्र को समय पर शुरू करने के लिए जून (June 2021) में परीक्षा (MP 12th Exam) होना अति अनिवार्य है लेकिन कोरोनावायरस (CoronaVirus) से लड़ने के लिए जिस तरह की तैयारियां सरकार कर रही है, उसके हिसाब से जून के अंत तक भी कोरोना वायरस संक्रमण के 5% से नीचे आने की संभावना नहीं है। यदि संक्रमण की स्थिति में सरकार ने परीक्षा कराई तो पेरेंट्स, सरकार को फेल कर दें ऐसा भी हो सकता है।