मध्य प्रदेश के कई जिलों में शनिवार को भारी बारिश से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। रेलवे ट्रैक पर भूस्खलन के कारण शहडोल-कटनी मार्ग पर रेल सेवाएं बाधित हुईं।
बारिश के कारण मुरना नदी पर बना पुल भी पानी में डूब गया, जिससे शहडोल और उमरिया के बीच सड़क संपर्क टूट गया। स्थानीय लोगों के अनुसार, यह पुल 25 साल बाद पानी में डूबा है। इसी तरह शहडोल-रीवा मार्ग पर सोन नदी पर बना पुल भी पानी में डूब गया।
रेलवे ट्रैक पर भूस्खलन के कारण चिरमिरी-कटनी, बिलासपुर-कटनी और चिरमिरी-चंदिया पैसेंजर ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं।
एक अज्ञात शव को बाहर निकाला गया और पुलिस मामले की जांच कर रही है। स्थानीय लोगों ने शहडोल में जलभराव के लिए खराब जल निकासी व्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया है।
शहडोल एडीएम राजेश जैन ने बताया, “शुक्रवार रात से शनिवार सुबह तक हुई भारी बारिश के कारण 25 साल बाद मुरना नदी का पुल डूब गया है। इससे शहडोल और उमरिया के बीच सड़क संपर्क टूट गया है। निचले इलाकों में पानी भर गया है।”
लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है।” भोपाल में दिनभर छिटपुट बारिश होती रही और कई निचले इलाके जलमग्न हो गए।
मौसम विभाग क्या कहता है?
मौसम विभाग के मुताबिक, रायसेन, अली-राजपुर, झाबुआ, धार, रतलाम के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है, जबकि भोपाल, विदिशा, सीहोर, राज-गढ़, नर्मदापुरा, बैतूल, हरदा के लिए बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
खंडवा, खरगोन, बड़वानी, इंदौर, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, नी-मुच, गुना, अशोक नगर, शिवपुरी, श्योपुरकलां, उमरिया, कटनी, जबलपुर, नरिंघ-पुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, पन्ना, बालाघाट, दमोह , सागर, छतरपुर, टीकम-गढ़।
मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. वेद प्रताप सिंह ने बताया, ”रीवा संभाग के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। मानसून ट्रफ मध्य प्रदेश से होकर गुजर रहा है, इसलिए अगले 24 घंटों में कई जिलों में बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।” “