जबलपुर (मध्य प्रदेश): जबलपुर में अपने पिता और 8 वर्षीय भाई की कथित तौर पर हत्या करने के बाद अपने प्रेमी के साथ भागी नाबालिग लड़की को बुधवार को हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया गया है।
हालांकि, उसका आरोपी प्रेमी एक बार फिर भागने में सफल रहा। पुलिस करीब तीन महीने से दोनों की तलाश कर रही थी।
पुलिस की रणनीति काम आई
पुलिस से बचने के लिए यह युवा जोड़ा लगातार इधर-उधर घूमता रहता था और अपनी जगहें बदलता रहता था। जबलपुर पुलिस ने रणनीति बनाकर देश भर के राज्यों में दोनों के वांटेड पोस्टर चिपका दिए। पोस्टर के आधार पर हरिद्वार के कुछ लोगों ने उन्हें पहचान लिया और पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया ।
हालांकि, प्रेमी मुकुल फिर से गायब हो गया, लेकिन लड़की भाग नहीं सकी और पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।

जबलपुर पुलिस की टीम हरिद्वार रवाना
जबलपुर क्राइम ब्रांच के एएसपी समर वर्मा के अनुसार, “हरिद्वार पुलिस ने जैसे ही उसे ढूंढा, उन्होंने जबलपुर पुलिस से संपर्क किया और नाबालिग लड़की के ठिकाने की पुष्टि की। लड़की की पहचान की पुष्टि होने के बाद जबलपुर एसपी ने तुरंत सिविल लाइन थाना प्रभारी धीरज राज को टीम के साथ हरिद्वार भेजा। जबलपुर पुलिस हरिद्वार पहुंचने वाली है और वहां पहुंचकर लड़की से मुकुल के बारे में पूछताछ की जाएगी और उसे भी पकड़ने की कोशिश की जाएगी।”
पैसों की कमी के चलते दोनों हरिद्वार आश्रम में रह रहे थे
पुलिस के मुताबिक मुकुल और नाबालिग बेटी के पास पैसे खत्म हो गए थे और वे होटल में रहने और खाने-पीने का खर्च नहीं उठा पा रहे थे, जिसके बाद वे दोनों हरिद्वार में एक निशुल्क आश्रय गृह में रह रहे थे। सोशल मीडिया और खबरों के अलावा पुलिस ने देशभर में जगह-जगह पोस्टर भी लगाए, जिससे हरिद्वार के लोगों ने उन्हें पहचान लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।

क्या माजरा था?
15 मार्च को जबलपुर के रेलवे मिलेनियम कॉलोनी में रेलवे कर्मचारी राजकुमार विश्वकर्मा और उनके 8 वर्षीय बेटे की हत्या कर दी गई थी और उनकी नाबालिग बेटी घर से लापता थी।
जांच के बाद पता चला कि पड़ोस में रहने वाले मुकुल ने उनकी हत्या की है और राजकुमार की नाबालिग बेटी को लेकर फरार हो गया है। जगह-जगह लगे सीसीटीवी कैमरे में दोनों आरोपी एक साथ कॉलोनी और शहर से निकलते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस घटना के बाद से दोनों लगातार अपने ठिकाने बदल रहे थे और पुलिस से छिप रहे थे।