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भारत के पहले बहुभाषी माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म Koo App ने छिंदवाड़ा में खोला पहला लोकल ऑफिस

By Rohit Kumar Sharma

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Koo Office Chhindwara

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भारत के पहले बहुभाषी माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म कू ऐप ने देश में अपना दूसरा कार्यालय खोला है। अब तक कर्नाटक स्थित बेंगलुरु मुख्यालय से ही नियंत्रित किए जाने वाले कू ऐप (Koo App) के देश में तेजी से बढ़ते दायरे और नए जुड़ते कर्मचारियों के चलते कंपनी ने अब मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में अपने नए कार्यालय का उद्घाटन किया।

इस नए कार्यालय के शुभारंभ के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में कई दिग्गज शख्सियतों ने शिरकत की, जिनमें मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और छिंदवाड़ा से सांसद नकुलनाथ शामिल हुए।

इस दौरान कू ऐप (Koo App) के छिंदवाड़ा दफ्तर में कार्यरत कर्मचारियों के अलावा अन्य कई लोग भी मौजूद रहे।

मध्य प्रदेश कांग्रेस द्वारा इसकी घोषणा करते हुए स्वदेशी सोशल मीडिया मंच कू ऐप (Koo App) पर एक पोस्ट में इसकी जानकारी दी गई। इसके साथ ही कार्यालय का शुभारंभ किए जाने की कुछ तस्वीरें भी पोस्ट की गईं।

Koo App (कू ऐप) के बारे में

Koo App की लॉन्चिंग मार्च 2020 में भारतीय भाषाओं के एक बहुभाषी, माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म के रूप में की गई थी, ताकि भारतीयों को अपनी मातृभाषा में अभिव्यक्ति करने में सक्षम किया जा सके। कू ऐप ने भाषा-आधारित माइक्रो-ब्लॉगिंग में नया बदलाव किया है।

Koo App फिलहाल हिंदी, मराठी, गुजराती, पंजाबी, कन्नड़, तमिल, तेलुगू, असमिया, बंगाली और अंग्रेजी समेत 10 भाषाओं में उपलब्ध है। Koo App भारतीयों को अपनी पसंद की भाषा में विचारों को साझा करने और स्वतंत्र रूप से अभिव्यक्ति के लिए सशक्त बनाकर उनकी आवाज को लोकतांत्रिक बनाता है।

मंच की एक अद्भुत विशेषता अनुवाद की है जो मूल टेक्स्ट से जुड़े संदर्भ और भाव को बनाए रखते हुए यूजर्स को रीयल टाइम में कई भाषाओं में अनुवाद कर अपना संदेश भेजने में सक्षम बनाती है, जो यूजर्स की पहुंच को बढ़ाता है और प्लेटफ़ॉर्म पर सक्रियता तेज़ करता है।

प्लेटफॉर्म 3 करोड़ डाउनलोड का मील का पत्थर छू चुका है और राजनीति, खेल, मीडिया, मनोरंजन, आध्यात्मिकता, कला और संस्कृति के 7,000 से ज्यादा प्रतिष्ठित व्यक्ति अपनी मूल भाषा में दर्शकों से जुड़ने के लिए सक्रिय रूप से मंच का लाभ उठाते हैं।

Rohit Kumar Sharma

Indian Journalist and Media Personality

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