हिंदू महासभा ने गोडसे की ज्ञानशाला का किया उद्घाटन, कहा- आने वाली पीढ़ी को इस क्रांतिकारी के बारे में बताएंगे

Khabar Satta
4 Min Read

ग्वालियर: ग्वालियर हिंदू महासभा ने रविवार को अपने दौलतगंज स्थित कार्यालय में गोडसे ज्ञानशाला का उद्घाटन किया है। इसमें बड़ी संख्या में हिंदू महासभा के महिला और पुरुष शामिल रहे। हिंदू महासभा का कहना है कि कांग्रेस ने 50 सालों तक देश के विभाजन के खिलाफ आवाज उठाने वाले नाथूराम गोडसे के बयानों को कोर्ट के आदेश का हवाला देकर रोके रखा अब कोर्ट ने इस पर से लगा प्रतिबंध हटा दिया है। यह बयान सबके सामने आना चाहिए। इसलिए हिंदू महासभा आने वाली पीढ़ी को देश की आजादी में क्रांतिकारियों के बलिदान और हिंदू महासभा के नेता नाथूराम गोडसे एवं नारायण आप्टे के जीवन परिचय और उनके प्रेरणास्रोत महान क्रांतिकारियों से भी युवा पीढ़ी को अवगत कराएगी।

- Advertisement -

📢 हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें

कार्यक्रम की शुरुआत में सबसे पहले गोडसे के चित्र पर माल्यार्पण की गई फिर पूजा अर्चना के बाद ज्ञानशाला का शुभारंभ किया गया। इस दौरान सारा दौलतगंज नाथूराम गोडसे के जयकारों से गूंज उठा। गोडसे की ज्ञानशाला में बीजेपी के पित्र पुरुष पंडित श्याम प्रसाद मुखर्जी और आर एस एस के संस्थापक डॉ केशव बलीराम हेडगेवार को भी शामिल किया गया है। हिंदू महासभा का कहना है कि राजनीतिक दल अपने फायदे के लिए नाथूराम गोडसे को हत्यारा कहते हैं। जबकि उन्होंने महात्मा गांधी और मोहम्मद अली जिन्ना का विभाजन को लेकर प्रतिकार किया था।

हिंदू महासभा नेता विनोद जोशी कैलाश नारायण शर्मा, लाल जी शर्मा और हरिदास अग्रवाल की मौजूदगी में हिंदू महासभा ने अपने निजी भवन में गोडसे और उनके प्रेरणा स्रोत महापुरुषों के चित्र का अनावरण किया। इस मौके पर नाथूराम गोडसे के सम्मान में उनके समर्थकों ने आरती भी गाई और जिंदाबाद के नारे लगाए। उनका कहना है कि कांग्रेस ने देश का विभाजन कर लाखों हिंदुओं की हत्या करवाई थी और कांग्रेस के कृत्य को आजादी के बाद छुपा कर रखा गया जबकि युवा पीढ़ी को जानना चाहिए कि देश को आजादी किन परिस्थितियों में मिली और अखंड भारत के लिए कितना संघर्ष किया।

खास बात यह है कि हिंदू महासभा ने गोडसे ज्ञानशाला का शुभारंभ करने को लेकर एक दिन पहले ही घोषणा कर दी थी जिसके कारण पुलिस भी वहां अलर्ट थी। इससे पहले 2017 में हिंदू महासभा ने गोडसे की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा कराई थी जिसे लोगों के भारी विरोध के बाद कोतवाली पुलिस ने जब्त कर लिया था। हिंदू महासभा हर साल उनकी जयंती और शहादत दिवस को बनाती है और उन्हें सच्चा देशभक्त बताती है जबकि कांग्रेस सहित भाजपा भी गोडसे  के कृत्य को किसी आतंकवादी घटना से कम नहीं बताते हैं। हिंदू महासभा नेताओं का कहना है कि गोडसे की ज्ञानशाला में उनसे जुड़ा साहित्य और उनके प्रेरणास्रोत रहे सभी लोगों के जीवन से संबंधित पुस्तकें भी उपलब्ध कराई जाएंगी। राजनीतिक दल अपने वोट के खातिर गोडसे को हत्यारा बताते हैं लेकिन वे सच्चे अर्थों में देश भक्त थे।

Share This Article
Follow:
खबर सत्ता डेस्क, कार्यालय संवाददाता
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *