ग्वालियर । श्रावण मास की शुरुआत से लगातार 15 दिन रुक-रुककर बारिश की झड़ी लगी रही, लेकिन अब मंगलवार से मानसून ब्रेक की स्थिति बन गई है, जिससे अब एक सप्ताह तक मौसम लगभग शुष्क रहेगा।
इसके चलते उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ेगा। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अब 18 अगस्त से बारिश का नया दौर शुरू होगा।
बंगाल की खाड़ी से आया कम दवाब का क्षेत्र अब चक्रवातीय घेरे में बदलकर पूर्वी उत्तर प्रदेश में शिफ्ट हो गया है। जिसका अब ग्वालियर में असर नहीं है।
हालांकि पूर्व से मौजूद नमी के चलते मंगलवार को भी दिन भर बादल छाए रहे। बादल बिखरे होने से दिन भर धूप भी खिली रही, जिससे शहरवासियों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ा।
स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय के अनुसार अगले 24 से 48 घंटों में मानसून द्रोणिका लाइन हिमालय की तराई में शिफ्ट हो जाएगी, जिसे मानसून ब्रेक कहा जाता है। इसके साथ ही बुधवार से आसमान साफ हो जाएगा।
इसके चलते ग्वालियर सहित अंचल में बारिश का अगला दौर 17 या 18 अगस्त के बाद ही शुरू होगा। हालांकि इस दौरान तेज गर्मी पड़ी और हीटिंग की स्थिति बनी तो शाम के समय हल्की-फुल्की बारिश जरूर हो सकती है, लेकिन तेज बारिश की संभावना नहीं है।
शहर में अब तक हुई 447.5 मिली मीटर बारिश: बंगाल की खाड़ी से आए कम दवाब के क्षेत्र के प्रभाव से एक पखवाड़े तक ग्वालियर सहित अंचल भर में बारिश का दौर चला। सावन में ऐसी झड़ी कई सालों बाद पहली बार देखने को मिली, जिससे श्योपुर, शिवपुरी, भिण्ड जिलों और ग्वालियर जिले के डबरा-भितरवार क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति निर्मित हो गई।
बात ग्वालियर की करें तो यहां अब तक कुल 447.5 मिली मीटर बारिश हो चुकी है। यानी ग्वालियर में औसत बारिश का आधा कोटा पूरा हो चुका है। अब मानसून सीजन के 51 दिन शेष बचे हैं। इन शेष बचे 51 दिनों में ग्वालियर में इस बार औसत से ज्यादा बारिश होने की उम्मीद है।