भारतीय संस्कृति में ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे संतु निरामयः’ का विचार हर व्यक्ति के हृदय में रचा-बसा है। इसी भावना को साकार करने की दिशा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ‘नन्हीं खुशियां’ कार्यक्रम के तहत हर्षिनी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के बच्चों से आत्मीय संवाद किया। उन्होंने कहा कि बच्चों में भगवान का वास होता है और इन्हें खुश रखना ईश्वर को प्रसन्न रखने के समान है।
नन्हीं खुशियां कार्यक्रम : एक अनुकरणीय पहल
नवदुनिया प्रकाशन समूह के सामाजिक सरोकारों के तहत ‘नन्हीं खुशियां’ कार्यक्रम वर्षों से संचालित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सामाजिक रूप से पिछड़े बच्चों के चेहरों पर मुस्कान लाना और उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ना है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस अवसर पर बच्चों के अनुभवों को जाना, उनकी रुचियों को समझा और उन्हें प्रेरित किया।
उन्होंने कहा कि जो बच्चे विभिन्न कारणों से समाज की मुख्यधारा से दूर हो जाते हैं, उनके लिए सरकार और समाज को मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने समाज के उन व्यक्तियों और संस्थाओं की भी सराहना की जो निःस्वार्थ भाव से बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रयासरत हैं।
बच्चों के साथ आत्मीय संवाद और प्रेरक संदेश
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बच्चों से स्कूल के अनुभव, पढ़ाई, खेल और उनकी रुचियों के बारे में चर्चा की। उन्होंने बच्चों को जीवन में आगे बढ़ने और आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा,
“सफलता का कोई छोटा या बड़ा रास्ता नहीं होता, बल्कि कड़ी मेहनत और ईमानदारी से किए गए प्रयास ही व्यक्ति को मंजिल तक पहुंचाते हैं।”
उन्होंने बच्चों को शिक्षा के महत्व को समझाते हुए कहा कि ज्ञान ही वह साधन है जो व्यक्ति को गरीबी, निराशा और असफलता से निकालकर सफलता के शिखर तक पहुंचा सकता है।
भोपाल भ्रमण का आयोजन : बच्चों के लिए एक यादगार अनुभव
इस विशेष अवसर पर मुख्यमंत्री ने हर्षिनी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के बच्चों को भोपाल भ्रमण के लिए रवाना किया। बच्चों के लिए इस दिन को और भी खास बनाने के लिए कई गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिसमें शामिल थे:
- मध्यप्रदेश विधानसभा का भ्रमण: बच्चों ने विधानसभा भवन का दौरा किया और लोकतंत्र की कार्यप्रणाली को समझा।
- फाइव-स्टार होटलों का दौरा: बच्चों ने पलाश होटल और ताज होटल का भ्रमण किया और वहां की कार्यप्रणाली को जाना।
- फिल्म देखने का आयोजन: मनोरंजन के लिए बच्चों को एक प्रेरणादायक फिल्म दिखाई गई।
- विशेष भोजन व्यवस्था: बच्चों के लिए हाई-टी और दिन के भोजन की विशेष व्यवस्था की गई।
समाज को प्रेरित करने वाला संदेश
मुख्यमंत्री ने समाज के सभी लोगों से अपील की कि वे आगे आकर अभावग्रस्त बच्चों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रयास करें। उन्होंने कहा कि समाज का वास्तविक विकास तभी संभव है जब हर बच्चा शिक्षा, स्वास्थ्य और अवसरों की समानता से परिपूर्ण होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार सामाजिक संगठनों और नागरिकों के साथ मिलकर बच्चों के भविष्य को संवारने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।