इंदौर (मध्य प्रदेश): अपने परिवार की उम्मीदों पर खरा उतरने में असमर्थ एक इंजीनियरिंग छात्रा ने सोमवार देर रात इंदौर में एक किराए के फ्लैट में अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
उसके चचेरे भाई ने कई बार संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। चिंतित होकर वह उसके घर गया, लेकिन उसका शव लटकता हुआ पाया। उसने तुरंत पुलिस को सूचित किया, जिसने घटनास्थल पर एक सुसाइड नोट पाया।
मृतका की पहचान बुरहानपुर निवासी वैष्णवी चौहान के रूप में हुई है, जो उच्च शिक्षा के लिए इंदौर में रह रही थी।
‘सॉरी मम्मी, पापा…’
सुसाइड नोट में वैष्णवी ने लिखा, “सबको अलविदा कहने का वक्त आ गया है… मैं किसी की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई। मैं वो नहीं बन पाई जो बनना चाहती थी। पापा मुझे माफ कर देना, मम्मी मुझे माफ कर देना, भाई मुझे माफ कर देना। मैं अपनी मौसी और बाकी लोगों से भी माफी मांगती हूं।”
हीरा नगर थाने के टीआई पीएल शर्मा के अनुसार, वैष्णवी पुत्री दौलत चौहान का शव सोमवार शाम उसके कमरे में फंदे से लटका मिला। बुरहानपुर निवासी वैष्णवी इंदौर में किराए के मकान में रहती थी और एलएनसीटी कॉलेज में बीटेक द्वितीय वर्ष की छात्रा थी।
रविवार देर रात तक वैष्णवी घर नहीं लौटी तो चिंता बढ़ गई। उसकी मौत की खबर सुनकर उसके पिता दौलत इंदौर पहुंचे। उन्होंने उसे कमरे में फंदे से लटका हुआ पाया।
उसके पिता ने पुलिस को बताया कि मौत से एक दिन पहले उनकी बात हुई थी। उस दिन वह व्रत कर रही थी और शाम को मेघदूत गार्डन के पास खाना खाया था। जब उसकी मां ने पूछा कि वह इतनी देर से बाहर क्यों है, तो उसने कहा कि वह घर जा रही है। उसके बाद से कोई बातचीत नहीं हुई।