इस वजह से इंदौर सांसद के फैन बन गए सोनू सूद और कैलाश खेर, कहा- जल्द मुलाकात होगी

Khabar Satta
By
Khabar Satta
खबर सत्ता डेस्क, कार्यालय संवाददाता
3 Min Read

इंदौर: आईआईएम के प्रोफेसर द्वारा किए गए नेतृत्व क्षमता सर्वे में नंबर वन आने के बाद सांसद शंकर लालवानी को देश भर से बधाइयों का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में मशहूर अभिनेता सोनू सूद ने भी सांसद लालवानी को वीडियो कॉल कर बधाई दी। साथ ही जल्द ही इंदौर आने की इच्छा भी जताई। वहीं मशहूर गायक कैलाश खेर ने भी सांसद की इस कार्य की तारीफ की है। वहीं सांसद ने भी सोनू सूद की वीडियो ट्वीट कर धन्यावाद किया है।

सोनू सूद ने सांसद लालवानी से पलासिया के साथ इंदौर की विभिन्न जगहों का ज़िक्र किया जिस पर सांसद ने कहा कि उनका ऑफिस पलासिया पर ही है। सोनू सूद ने जल्द ही इंदौर आने की इच्छा जताई है। वहीं बॉलीवुड के फेमस सिंगर कैलाश खेर ने भी सांसद शंकर लालवानी को बधाई संदेश भेजा है। कैलाश खेर ने सांसद लालवानी की तारीफ करते हुए उनसे मिलने की इच्छा भी जताई।

कोविड-19 को लेकर था सर्वे
आईआईएम इंदौर के प्रोफेसर शुभोमय डे और पीएमआईआर के डॉ दीपक जारौलिया द्वारा लीडरशिप सर्वे में इंदौर के सांसद शंकर लालवानी नंबर वन पोजीशन पर रहे। इस सर्वे के मुताबिक उन्होंने कोविड काल में अपने क्षेत्र का सबसे ज़्यादा ध्यान रखा। इस दौरान प्री लॉकडाउन एक्टिविटी, मीटिंग्स की संख्या, लोकसभा क्षेत्र में की गई पहल, सामाजिक कामों में योगदान, जागरूकता बढ़ाने और केंद्र सरकार के साथ समन्वय करने जैसे महत्वपूर्ण मापदंड थे। लीडरशिप सर्वे के इन मापदंडों का माइक्रोसॉफ्ट के बीआई प्लेटफॉर्म की मदद से विश्लेषण किया गया। इस सर्वे के बारे में जानकारी देते हुए आईआईएम के प्रोफेसर शुभोमय डे ने कहा कि कोरोना के कठिन वक्त में हमने जनप्रतिनिधियों की नेतृत्व क्षमता का अध्ययन किया है। इस सर्वे में दूरदर्शिता, निर्णय क्षमता, प्रतिबद्धता, साहस, सहानुभूति, इंटेलीजेंस जैसे महत्वपूर्ण नेतृत्व गुणों का अध्ययन किया गया।

वहीं सांसद शंकर लालवानी ने प्रधानमंत्री मोदी को सारा श्रेय देते हुए प्रेरणास्त्रोत बताया। सांसद ने कहा कि सुशासन की प्रतीक मां अहिल्या जनसेवा के लिए प्रेरित करती हैं।  इस उपलब्धि के लिए इंदौर की जनता का धन्यवाद दिया और कहा कि इतने सख्त लॉकडाउन को इंदौर की जनता ने ही कामयाब बनाया और शहर को कोरोना से बचाया है।
बता दें कि कोरोना के सबसे कठिन काल में सांसद लालवानी लगातार कई मोर्चों पर सक्रिय रहे हैं और केंद्र सरकार, राज्य सरकार, ज़िला प्रशासन एवं जनता के बीच समन्वय की भूमिका निभाई है। इस सर्वे में मंत्रीपद या अन्य राष्ट्रीय स्तर के ज़िम्मेदारी निभा रहे सांसदों को शामिल नहीं किया गया था। इससे पहले साउथ गुजरात यूनिवर्सिटी के सर्वे में भी सांसद शंकर लालवानी देश के सबसे सक्रिय सांसद रहे हैं।

Share This Article
Follow:
खबर सत्ता डेस्क, कार्यालय संवाददाता
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *