दंतेवाड़ा: दंतेवाड़ा के जिला अस्पताल में मरीज के इलाज में लापरवाही बरतने वाले डॉक्टर को निलंबित कर दिया गया है. डॉक्टर पर यह कार्रवाही दंतेवाड़ा कलेक्टर की तरफ से प्रथम दृष्टया सिविल सेवा आचरण में दोषी पाए जाने पर की गई है. निलंबन का यह आदेश अग्रिम जांच तक लागू रहेगा.
बता दें कि डॉक्टर पर यह कार्रवाई सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो के आधार पर की गई है. इस वीडियो में मृतक के परिजन डॉ. जे पात्रे पर आरोप लगा रहे हैं कि कई बार दरवाजा खटखटाने के बाद भी वे अपने कक्ष से नहीं निकले और सोते रहे. जिसकी वजह से मरीज को समय पर इलाज नहीं मिल पाया और उसकी मौत हो गई.
वहीं, वीडियो में यह भी दावा किया जा रहा है कि डॉक्टर पान्ने शराब के नशे में थे और कह रहे थे कि , ‘मैं मुर्दों को भी जिंदा कर देता हूं’. इसके अलावा मौजूद स्टाफ भी उनके हां में हां मिला रहे थे. हालांकि अभी तक मृतक के परिजनों की तरफ से पुलिस को कोई शिकायत नहीं की गई है.
आपको बता दें कि बीते गुरुवार को कटेकल्याण से गंभीर हालत में युवजन ठाकुर को जिला अस्पताल में भर्ती किया था. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी. परिजनों ने आरोप लगाया था कि जिस वक्त आमजन को भर्ती किया था, उस वक्त डॉक्टर नशे में था. इससे आमजन को समय पर इलाज नहीं मिल पाया और उसकी मौत हो गई.