भोपाल: देश मुश्किल घड़ी से गुजर रहा है. ऐसे में डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ कोरोना वारियर्स बनकर लोगों की सुरक्षा कर रहे हैं. भोपाल के जय प्रकाश नारायण अस्पताल में भी डॉक्टर्स 24 घंटे लोगों की जांच कर उनका इलाज कर रहे हैं. अपना फर्ज निभाने की वजह से इन्हें घर परिवार से भी दूर रहना पड़ता है. किसी डॉक्टर ने कार को ही घर बना लिया और किसी ने छत पर डेरा डाल लिया. पढ़िए ऐसे कोरोना वारियर्स की कहानी
घर-घर जाकर सैंपल लेते हैं डॉक्टर्स
डॉ. सचिन नायक, डॉ. आनंद महाजन, डॉ. आर बी चौहान, डॉ. ब्रज भूषण पाटीदार, डॉ. हर्शिता शर्मा, डॉ. प्रशांत सेन, डॉ. शैलेंद्र पांडे, डॉ. सुनील दांगी, डॉ. सचिन पाटीदार, डॉ. अजीत सिंह, डॉ. विजेंद्र शुक्ला, डॉ. जगदीश देवडा, डॉ सुदीपत्ति श्रीवास्तव, डॉ. चेतना कुशवाह की टीम संदिग्ध मरीजों का घर-घर जाकर सैंपल लेती है और आइसोलेशन वार्ड मे ड्यूटी भी करती है.
डॉक्टर्स ने कार को बनाया घर
24 घंटे ड्यूटी के बाद यह सभी डॉक्टर सेल्फ आईसोलेशन में जाते हैं. डॉ. सचिन नायक, डॉ. विजेंद्र शुक्ला, डॉ. सचिन पाटीदार यह तीनों डाक्टर अपने घर के बाहर या अस्पताल की पार्किंग में अपनी कार में ही रात बिताते हैं ताकि घर के लोग सुरक्षित रह सके.
कार में मौजूद जरुरत का सामान
टीम लीडर डॉ. सचिन नायक के मुताबिक, डॉक्टरों की कार में जरूरत का हर वह समान है जो रोजाना इस्तेमाल में आता है. उन्होंने अपनी कार के पिछले हिस्से में बिस्तर लगाया है. इतना ही नहीं उनकी इस कार में नहाने का साबुन, बालों में लगाने का तेल, टूथपेस्ट और पानी भरने के लिए बर्तन भी रखा है.इस घर में कुछ किताबें भी हैं, जिसे वे पढ़ते हैं.इन डाक्टरों ने अपनी ड्यूटी से लड़ाई के नाम कर दी है.