MP Politics CM Shivraj Cabinet Expansion: मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार के कैबिनेट में बड़े फेरबदल होने की संभावना बनी हुई है, जो की अगले माह तक देखने के लिए मिल जायेंगे. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) की सरकार में कैबिनेट के 4 खाली पदों को अगले माह भर सकते है.
जानकारी के अनुसार इस मामले में सरकार का फैसला दिसंबर में होने वाले गुजरात चुनाव परिणाम के बाद ही होगा, हालाँकि इससे पहले इसी माह की 19 तारीख को भाजपा विधायक दल की बैठक बुलाई गई है.
जानकारी के अनुसार इस विधायक दल की मीटिंग में विधायकों को सरकार अपने भरोसे में लेकर 4 मंत्रियों के नामों को तय करेगी.
शिवराज कैबिनेट में 4 पदों के लिए 14 विधायक दावेदार
मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार की बात करें तो शिवराज सरकार में अभी 30 मंत्री है और नियमो के अनुसार 4 मंत्रियो की जगह अभी खाली है, इन 4 खाली मंत्री पदों को भरकर सीएम शिवराज सिंह चौहान अपने विभागों का बंटवारा कर सकते हैं. इसमें अभी PHE, जनसंपर्क, सामान्य प्रशासन, विमानन, महिला एवं बाल विकास विभाग है.
4 मंत्री पद के लिए ये 14 विधायक मंत्री बनने की कतार में
मध्यप्रदेश में अनेको ऐसे विधायक है जो कई समय पहले से मंत्री बनने की आस लगाए बैठे हैं, अभी 4 मंत्री पदों के लिए जो 14 विधायक कतार में है उनमे यशपाल सिंह सिसोदिया, सुरेंद्र पटवा, राजेंद्र शुक्ल, केदारनाथ शुक्ल, अजय विश्नोई, रामपाल सिंह, गौरीशंकर बिसेन, रमेश मेंदोला, महेंद्र हार्डिया, देवेंद्र वर्मा, संजय पाठक, प्रदीप लारिया, शैलेन्द्र जैन, गोपीलाल जाटव, राजेंद्र पांडेय का नाम शामिल है.
विधायक दल की बैठक में मंत्री पदों के लिए होगा निर्णायक मंथन
सरकार के विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश भाजपा ने आगामी 19 नवंबर को भोपाल में विधायक दल बैठक राखी है, इस विधायक दल की बैठक में सीएम शिवराज द्वारा विधायकों को कॉन्फिडेंस में लिया जा सकता है. मंथन में मंत्रियों की परफॉर्मेंस पर चर्चा हो सकती है. इसके साथ ही क्षेत्र में कमजोर स्थिति वाले मंत्रियों को विभागों मुक्त कर क्षेत्र में फोकस करने को कहा जा सकता है.
मंत्री पदों के लिए गुजरात चुनाव परिणाम का इंतजार क्यों?
शिवराज सरकार के विश्वसनीय सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के कई मंत्रियों की अपने क्षेत्र में स्थिति ठीक नहीं है, और इसके साथ ही लंबे समय से मंत्री पद के लिए इंतजार कर रहे विधायकों को कैबिनेट में अभी तक जगह नहीं मिल पाई है. मुख्य रूप से यही कारण है कि उन्हें सरकार में स्थान देकर सामंजस्य और साधा जा सकता है, जानकारी के अनुसार, गुजरात चुनाव के नतीजों के बाद कैबिनेट में फेरबदल को लेकर ही कोई फैसला आएगा.