भोपाल। जैसी कि उम्मीद की जा रही थी नगर निगम परिषद की मीटिंग में शनिवार को जमकर हंगामा हुआ। पार्षद निधि, एमआईसी के संकल्पों और फ्री पार्किंग में शुल्क वसूलने को लेकर विपक्षी सदस्यों ने जमकर विरोध किया और दो बार अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी की आसंदी का घेराव किया।
जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेसी पार्षदों ने अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी की दो बार कुर्सी घेरी। इसके बाद मीटिंग कुछ देर के लिए स्थगित कर दी गई।
नगर निगम परिषद की मीटिंग शनिवार को करीब 40 मिनट देरी से सुबह 11.40 बजे शुरू हुई। शुरुआत ‘वंदे मातरम’ के साथ हुई। अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने मीटिंग की शुरुआत की। तभी कांग्रेसी पार्षदों ने पिछले बजट को लेकर हंगामा शुरू कर दिया।
नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी, सीनियर पार्षद योगेंद्र सिंह गुड्डू चौहान, अजीजउद्दीन ने पार्षद निधि में कमी करने को लेकर विरोध जताया। साथ ही पिछले बजट का आदेश पलट पर रखने की मांग करने लगे। जवाब देने के लिए महापौर मालती राय को कुर्सी से उठना पड़ा। उन्होंने जवाब भी दिया, लेकिन विपक्ष अपनी बात पर अड़ा रहा।
इसके बाद सभी कांग्रेसी पार्षद शोर मचाते हुए निगम अध्यक्ष सूर्यवंशी की आसंदी के सामने पहुंच गए। उन्होंने पूरी पार्षद निधि देने की मांग करते हुए नारेबाजी भी की। निगम अध्यक्ष ने सभी को समझाईश देकर लौटाया। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने निगम दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया। वे ‘नरेला की महापौर’ के स्लोगन लेकर प्रदर्शन करने पहुंचे थे।
पार्षद निधि के मुद्दे पर निगम अध्यक्ष सूर्यवंशी ने कहा कि पार्षद निधि पर अंकुश लगाना ठीक नहीं है। इधर, पार्षद निधि के मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस पार्षद आमने-सामने हो गए। एमआईसी मेंबर रविंद्र यति इसी मुद्दे पर बात करने उठे तो अध्यक्ष से उनकी हल्की नोंकझोंक हो गई। इसके बाद अध्यक्ष सूर्यवंशी ने 5 मिनट के लिए मीटिंग स्थगित कर दी।
प्रश्नकाल के दौरान पार्षद योगेंद्र सिंह गुड्डू चौहान ने फ्री पार्किंग के बाद भी शुल्क वसूल करने का मुद्दा उठाया। इस पर अध्यक्ष ने संबंधित का टेंडर कैंसिल कर एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। अध्यक्ष सूर्यवंशी ने कहा कि जहां-जहां फ्री पार्किंग है, वहां पर बोर्ड लगाया जाए। इसके बावजूद यदि लोगों से पार्किंग शुल्क वसूला जाता है तो जोनल अधिकारी जिम्मेदार होंगे।