भोपाल: दो हजार के नोट का सर्कुलेशन बंद होने पर राजनीति शुरू, कांग्रेस ने लगाए आरोप

Bhopal News: दो हजार के नोट का सर्कुलेशन बंद होने पर राजनीति शुरू, कांग्रेस ने लगाए आरोप

SHUBHAM SHARMA
2 Min Read
Bhopal News: भोपाल: दो हजार के नोट का सर्कुलेशन बंद होने पर राजनीति शुरू, कांग्रेस ने लगाए आरोप

भोपाल: आरबीआई द्वारा 2000 रुपये के नोट का सर्कुलेशन बंद किए जाने को लेकर मध्यप्रदेश की राजनीति सुलगने लगी है। कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा और नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंदसिंह ने इसे लेकर भाजपा पर आरोप लगाए हैं।

- Advertisement -

📢 हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें

विधायक पीसी शर्मा ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने कर्नाटक में दो हजार रुपये के नोट बांटे थे, लेकिन जब वोट नहीं मिले तो लोगों को सबक सिखाने के लिए इन नोटों का सर्कुलेशन बंद कर दिया गया है। वहीं, नेता प्रतिपक्ष ने इसे तुगलकी फरमान बताया है।

प्रदेश के पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने 2000 के नोट का सर्कुलेशन से बंद करने पर भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि दो-दो हजार के नोट कर्नाटक चुनाव में इन्होंने बांटे थे। लोगों ने नोट ले लिए और वोट दिए नहीं, इसलिए जिन लोगों ने भाजपा को वोट नहीं दिए, उनको टॉर्चर करने की ये एक प्रक्रिया है।

वहीं, नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने इसे तुगलकी फरमान बताया है। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री बताएं जब बंद ही करना था, तो 2 हजार का नोट क्यों जारी किया। प्रधानमंत्री मोदी जनता को डराकर रखना चाहते हैं। पहले नोटबंदी में आम जनता की मौतें हुईं। भाजपा नेताओं ने नोटबंदी में काले धन को सफेद किया।

गौरतलब है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 2000 का नोट सर्कुलेशन से वापस लेने का फैसला लिया है, लेकिन मौजूदा नोट अमान्य नहीं होंगे। आरबीआई ने बैंकों को 23 मई से 30 सितंबर तक 2000 के नोट लेकर बदलने के निर्देश दिए हैं। एक बार में अधिकतम 20 हजार रुपये कीमत के नोट ही बदले जाएंगे। लेकिन, अकाउंट में इन नोटों को जमा करने पर लिमिट नहीं होगी। अब से ही बैंक 2000 के नोट इश्यू नहीं करेंगे।

Share This Article
Follow:
Khabar Satta:- Shubham Sharma is an Indian Journalist and Media personality. He is the Director of the Khabar Arena Media & Network Private Limited , an Indian media conglomerate, and founded Khabar Satta News Website in 2017.
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *