बुरहानपुर । कोरोना संक्रमण के जिले में फैलते ही कलेक्टर प्रवीण सिंह ने सक्रियता दिखाते हुए बार्डर पर चेकिंग बढ़ा दी। महाराष्ट्र से आने वाले हर व्यक्ति का आरटीपीसीआर टेस्ट अनिवार्य कर दिया। साथ ही वैक्सीनेशन सेंटरों की संख्या लगातार बढ़ाई। इन कामों की अब प्रशंसा हो रही है।
बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से प्रदेश के समस्त कमिश्नर, कलेक्टर, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक एवं सीएमएचओ के साथ राज्य में कोरोना की वर्तमान स्थिति के संबंध में समीक्षा बैठक की।
बैठक में बुरहानपुर कलेक्टर प्रवीण सिंह की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र से सटा जिला होने के बाद भी जिस तरह वहां कोरोना को कंट्रोल किया गया वह सराहनीय है। दूसरे जिलों को भी इससे सबक लेना चाहिए।
सीएम ने बैठक में मेरी होली मेरे घर स्लोगन की भी प्रशंसा की। गौरतलब है कि जिले में लगातार कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन इसकी माँनिटरिंग कर लगातार वैक्सीनेशन सेंटर बढ़ाए जा रहे हैं। शहर में पहले चार वैक्सीनेशन सेंटर थे जिसे छह कर दिया गया है।
वहीं 31 मार्च और एक अप्रैल को एक साथ 22 वैक्सीनेशन सेंटर चालू कर टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत 31 मार्च को करीब 700 से अधिक लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई गई है।
अब तक 25 हजार से ज्यादा लोगों को लगी कोरोना वैक्सीन
रोको टोको अभियान, मेरी होली मेरे घर, वैक्सीनेशन आदि कामों में जिला प्रथम स्थान पर आ गया है। अब तक जिले में 45 वर्ष से 59 और इससे अधिक उम्र वाले करीब 25 हजार से ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है। जबकि दूसरे जिलों में इसकी संख्या कम है। जबकि सभी जगह कोरोना वैक्सीन पर्याप्त संख्या में आ रही है। परंतु इसका सही उपयोग बुरहानपुर जिले में ही किया जा रहा है।
पिछली बार भी हुई थी कामों की प्रशंसा
मार्च 2020 से आए कोरोना संक्रमण के दौरान बुरहानपुर में मरीज लगातार बढ़ रहे थे। यहाँ तब भी कलेक्टर प्रवीण सिंह ने सक्रियता दिखाते हुए कोरोना संक्रमण को कम करने में अपनी योग्यता साबित की थी। कोरोना संक्रमण को रोकने में कलेक्टर के नवाचारों को प्रदेश भर में सराहना मिली थी। उनके नवाचारों को प्रदेश के अन्य कलेक्टरों ने भी अपनाया और कोरोना संक्रमण को रोकने में सफल हुए।